इंदौर। पलासिया थाना क्षेत्र (Palasia police station area) में कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग (Old) ने जहर (poison) खाकर जान देने की कोशिश की। परिजन समय रहते उसे अस्पताल (Hospiatal) ले गए और उसकी जान बच गई। एक साल पहले साइबर ठगोरों (cyber thugs) ने इंश्योरेंस पॉलिसी )(insurance policy) का पैसा दिलवाने के नाम पर उसके साथ 64 लाख रुपए की ठगी कर दी थी और बाद में मकान को लेकर कुछ लोग उसे परेशान कर रहे थे। इसके चलते उसने जहर खा लिया था। पलासिया पुलिस (Palasia Police) मामले की जांच कर रही है।
पुलिस (Police) सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह पहले पलासिया थाना क्षेत्र के सेवा सरदार नगर (sardar nagar) में रहने वाले एक बुजुर्ग ने जहर खा लिया। उसे अस्पताल (hospital) ले जाया गया, जहां जान बच गई। पलासिया पुलिस के प्रधान आरक्षक अनिल झा मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस को प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि बुजुर्ग निजी कंपनी में मैनेजर था। रिटायरमेंट के बाद मिला पैसा और जीवनभर की कमाई उसने बुढ़ापे के लिए बैंक में रख रखी थी। इस दौरान वह साइबर ठगोरों का शिकार हो गया। उसे ठगोरों ने इंश्योरेंस पॉलिसी के लाखों रुपए दिलवाने के नाम पर बातों में उलझाया और उससे तीन-चार बार में 64 लाख रुपए जमा करवा लिए। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। बताते हैं कि वह कुछ कर्ज होने पर मकान बेचकर लोगों को रुपए देना चाहता था, लेकिन उसमें भी उलझ गया और लोग उसे परेशान करने लगे। इसके चलते उसने जहर खा लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
70 से अधिक खातों में पैसा गया था, इसलिए आरोपी पकड़े जाने के बाद भी रिकवरी नहीं हुई
पुलिस सूत्रों के अनुसार साइबर सेल ने मामले में केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू की और ठगोरों तक पहुंच भी गई। दिल्ली से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन जांच में पता चला कि यह पैसा 70 से अधिक बैंक खातों में गया है, जिसमें कई राज्य शामिल हैं। इसके चलते पुलिस मामले में रुपए की रिकवरी नहीं कर सकी। इसके चलते आरोपी पकड़े जाने के बाद भी बुजुर्ग के साथ न्याय नहीं हो सका। उसे ठगी का पैसा नहीं मिला।
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