इंदौर। इंदौर (Indore) में गोगादेव नवमी (Gogadev Navami) पर नगर निगम (Municipal council) के आठ हजार से ज्यादा सफाईकर्मी (Sweepers) अवकाश (Leave) पर रहे,लेकिन शहर में इसका असर नहीं दिखा। शहरवासियों ने खुद सड़कों से झाडू लगाई, गंदगी उठाई और शहर की सफाई बरकरार रखी। मेयर, कलेक्टर, कमिश्नर से लेकर कर्मचारियों ने पूरी शिद्दत से सड़कों पर झाडू लगाई। मेयर (Mayor) ने राजवाड़ा पर महालक्ष्मी की बेकलेन से गंदगी उठाई। कलेक्टर (Collector) ने उस मंच की सफाई की, जहां वाल्मीकि समाज ने जुलूस का स्वागत किया था।
दो घंटे पूरे शहर में सफाई अभियान चला। इसके बाद शहर रोज की तरह साफ नजर आया,हालांकि कई इलाकों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की गाडि़यां जरुर नहीं आई, लेकिन लोगों ने कचरा सड़कों पर नहीं फेंका, बल्कि आंगन में ही संभाल कर रखा। प्रमुख मार्गों की सफाई के लिए नगर निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था की थी। मंगलवार रात को ही सड़कों पर मशीनों से साफ किया गया था। गलियों में रहवासियों ने झाडू लगाकर कचरा उठाया।
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर की स्वच्छता की सबसे बड़ी ताकत जनभागीदारी है। सफाईकर्मियों के अवकाश के बावजूद शहर का साफ रहना बताता है कि स्वच्छता इंदौर की आदत बन चुकी है। बुधवार को यह फिर साबित हो गया। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि सफाईकर्मियों के अवकाश के दिन सामुहिक सफाई की पंरपरा इंदौरवासियों को शहर के सरोकार से जोड़ती है। जनप्रतिनिधियों के अलावा शहर में स्वयंसेवी संगठन, सामाजिक संगठनों ने भी सफाई की। पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में रहवासियों के साथ झाडू लगाई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved