अब जल कर 100 रुपए बढ़ाने की तैयारी का विरोध शुरू
कुछ दिन पहले ही रेट झोन में बदलाव कर बढ़ाया था सम्पत्ति कर… अब फिर तैयारी
इन्दौर। शहर (indore) की कई कॉलोनियों (colonies) में जलसंकट (Water crisis) और गंदे पानी से लोग परेशान होकर सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) और जनसुनवाई में सबसे ज्यादा शिकायतें करते हैं और ऐसी समस्याओं का अब तक निराकरण नहीं हुआ है। उसके बावजूद नगर निगम (municipal corporation) अब जल कर की दरें बढ़ाने की तैयारी में है, जिसके चलते विधायकों ने विरोध दर्ज कराया कि पहले ही पानी को लेकर लोग परेशान हैं और दरें बढ़ाने पर लोग भडक़ेंगे। कुछ साल पहले ही रेट झोन में बदलाव कर सम्पत्ति कर बढ़ाया गया और अब फिर से दो रुपए प्रतिवर्ग फीट का प्रस्ताव है।
नगर निगम राजस्व विभाग ने सम्पत्ति कर और जल कर के साथ-साथ कचरा संग्रहण शुल्क बढ़ाने की तैयारी की थी और इसको लेकर सबसे पहले भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में चर्चा हुई तो कई विधायकों ने इस पर विरोध दर्ज क राते हुए कहा कि कई क्षेत्रों में पहले ही दर्जनों कॉलोनियों में जलसंकट की दिक्कत है और शहर की कई लाइनों के हाल- बेहाल होने के कारण नलों में गंदा पानी आता है। ऐसे में निगम जल कर की दरें बढ़ाएगा तो जबर्दस्त विरोध शुरू हो जाएगा। हवा बंगला झोन से लेकर विजनयगर, कृषि विहार, नेहरू स्टेडियम, द्रविड़ नगर और नगर निगम और बिलावली झोन के अंतर्गत आने वाली सैकड़ों कॉलोनियों में कई जगह लाइनों के काम आधे-अधूरे पड़े हैं तो कई जगह नलों में गंदा पानी आने की शिकायतें आ रही हंै। इसके बावजूद नगर निगम से लोगों के यहां जल कर के बिल निरंतर भेजे जाते हैं। शिकायतों के बावजूद ऐसे मामले में अधिकारी पहले बकाया राशि जमा करने की हिदायत देते हैं। पिछले दिनों हेल्पलाइन पर आई शिकायतों में सर्वाधिक शिकायतें पानी नहीं मिलने की थीं और कई जगह लाइनें नहीं बिछी होने के बावजूद निगम द्वारा जल कर के बिल भेजे जाने का मामला भी सामने आया था। इसको लेकर लोगों ने हवा बंगला झोन पर प्रदर्शन किया था। निगम द्वारा द्वारा जल कर की वर्तमान दर 200 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए प्रतिमाह करने की तैयारी है, वहीं सम्पत्ति कर में दो रुपए प्रति वर्गफीट की बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। कुछ दिन पहले ही नगर निगम ने रेट झोन में बदलाव कर सम्पत्ति कर बढ़ाया था।
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