इंदौर। मुख्यमंत्री बनने के बाद आज पहली बार डॉ. मोहन यादव इंदौर में किसी बड़े समारोह में शामिल हो रहे हैं। हुकमचंद मिल के मजदूरों को राशि का चेक दिया जाना है। परिसमापक को यह चेक देंगे, वहीं प्रधानमंत्री भी इस आयोजन से वर्चुअल जुड़ेंगे। इस अवसर पर नर्मदा के चौथे चरण, सोलर संयंत्र सहित करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की सौगात भी मिलेगी, जिसमें आठ विभागों के 71 कार्यों का लोकार्पण और तीन विभागों के विकास कार्यों के भूमिपूजन, शिलान्यास भी किए जाएंगे। साथ ही 175 दिव्यांगों को स्कूटी भी बांटी जाएगी।
आज कनकेश्वरीधाम पर आयोजित समारोह में हुकमचंद मिल मजदूरों के 30 साल से लम्बित प्रकरण में 4800 श्रमिकों को राहत दी जा रही है और उनके परिवार के लगभग 25 हजार सदस्य इससे लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 8 विभागों के कुल 71 कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इन विकास कार्यों की कुल लागत 105.73 करोड़ है। इसी तरह 3 विभागों के विकास कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास भी किया जाएगा, जिनकी कुल लागत 322.85 करोड़ है। कार्यक्रम स्थल पर विकसित भारत संकल्प यात्रा कैंप का भी आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंच से केन्द्र की महत्वपूर्ण योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित करेंगे। वे 175 दिव्यांगजनों को रेट्रोफिटेड स्कूटी का वितरण भी करेंगे। इसी के साथ ही रेडक्रॉस में डोनेशन हेतु रेडक्रॉस ऐप का भी शुभारंभ इस अवसर पर किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हुकमचंद मिल 70 वर्ष सफलतापूर्वक चलने के बाद 1992 में बंद हो गई थी। मिल मजदूर और बैंकों की देनदारियां 30 वर्षों तक न्यायालय एवं अन्य प्रक्रिया में लंबित रहीं। राज्य शासन ने पहली बार 2022 में पहल की और गृह निर्माण मंडल को समझौता कर राशि भुगतान का उत्तरदायित्व दिया गया। एक वर्ष के अंदर सभी दावेदारों के साथ समझौता सुनिश्चित कराया गया।
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