रांची (Ranchi) । आर्थिक भ्रष्टाचार (economic corruption) के खिलाफ ईडी ने झारखंड समेत 4 राज्यों में बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने मंगलवार को झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग (Rural Development Department) विशेष प्रमंडल व ग्रामीण कार्य विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Chief Engineer Virendra Ram), उनके रिश्तेदार और करीबी ठेकेदार के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह रेड रांची, जमशेदपुर, पटना, सीवान, हरियाणा के सिरसा और दिल्ली में हुई।
ईडी को मिली अरबों की संपत्ति की जानकारी
छापेमारी के दौरान ईडी को वीरेंद्र राम की अरबों की संपत्ति (property worth billions) की जानकारी मिली है। वहीं इंजीनियर के अलग-अलग आवास से एक दर्जन से अधिक महंगी गाड़ियां भी बरामद की गई हैं। छापेमारी के बाद टीम ने रांची के अशोक नगर स्थित आवास में वीरेंद्र राम व उनके रिश्तेदार आलोक रंजन से पूछताछ शुरू कर दी है।
ग्रामीण कार्य विभाग के दफ्तर में भी मारा छापा
दफ्तर में कागजात खंगाली ईडी टीम ने रांची में ग्रामीण कार्य विभाग के दफ्तर में भी छापेमारी की, जहां वीरेंद्र राम चीफ इंजीनियर के प्रभार में हैं। ईडी ने यहां टेंडर से जुड़े कागजात की पड़ताल की। ईडी की टीम ने दिल्ली में वीरेंद्र राम के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, छतरपुर में निर्माणाधीन मकान में भी छापेमारी की। वहीं दिल्ली व हरियाणा के सिरसा में दर्जनभर से अधिक डाटा इंट्री ऑपरेटरों के यहां भी दबिश दी गई। यहां से मनी लाउंड्रिंग के पुख्ता सबूत मिले हैं।
सीए के यहां से कई दस्तावेज बरामद
सूत्रों के मुताबिक, मनी लाउंड्रिंग में सहायक चार्टर्ड एकाउंटेंट के यहां भी रेड हुई। वहां से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ईडी की टीम ने रांची में वीरेंद्र राम के साले पंकज, हिंदपीढ़ी इलाके में रहने वाले ठेकेदार अतीकुर्रहमान और अतीकुर्रहमान के रिश्तेदार के यहां ठाकुरगांव में भी छापेमारी की।
पत्नी राजकुमारी देवी ने लगाया साजिश का आरोप
छापेमारी के बाद जब टीम जमशेदपुर में वीरेंद्र राम के घर से निकली तो उनकी पत्नी राजकुमारी देवी ने कहा कि यह साजिश के तहत कार्रवाई थी। इसमें कुछ जूनियर इंजीनियर शामिल हैं। उन्हीं लोगों ने ही गलत सूचना देकर यह कार्रवाई करवाई है। उनके यहां से कोई दस्तावेज नहीं मिला।
काफिले में बीएमडब्ल्यू सहित कई महंगी गाड़ियां मिली
जमशेदपुर स्थित आवास में छापेमारी के दौरान ईडी को झारखंड सरकार का बोर्ड लगी एक इनोवा मिली, लेकिन सरकारी बोर्ड लगी यह गाड़ी ठेकेदार राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन के नाम पर खरीदी गई है। ईडी को जानकारी मिली है कि सरकारी बोर्ड लगा वीरेंद्र राम ठेकेदार की दी गाड़ी पर सवारी करते थे। हालांकि उनके दिल्ली से लेकर रांची आवास पर ऑडी, बीएमडब्लू सरीखी महंगी गाड़ियां बरामद की गई हैं।
वीरेंद्र राम के साथ आधा दर्जन नेता भी रडार पर
वीरेंद्र राम के संबंध कई राजनेताओं से रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र राम के पास से एक डायरी भी मिली है, जिसमें ठेकेदारों से कट मनी लेने और कई राजनेताओं को पैसे पहुंचाने के साक्ष्य हैं। वीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण आधा दर्जन से अधिक राजनेता ईडी की रडार पर हैं। जानकारी के मुताबिक, ईडी बीते कुछ माह से वीरेंद्र को सर्विलांस पर रखे हुई थीं। इस दौरान भी कई राजनेताओं तक पैसे पहुंचाने की जानकारी एजेंसी को मिली थी।
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