लाहौर: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने सोमवार को आतंकवादियों के प्रति ‘कत्तई बर्दाश्त नहीं’ का संकल्प जताया और अदालतों में आतंकवाद (Terrorism) के मामलों को जल्द से जल्द निपटाने का आग्रह किया.
उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में एक शिया मस्जिद में आत्मघाती हमलावर की ओर से किए गए हमले में 63 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद इमरान खान का ये बयान सामने आया है. इमरान खान ने राष्ट्रीय कार्ययोजना (एनएपी) की शीर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसे देश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए 2015 में गठित किया गया था.
बैठक में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और कई शीर्ष मंत्री शामिल हुए. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार इमरान खान ने कहा कि सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की है और आतंकवादी तत्वों के सामने एक मिसाल पेश करने के लिए अदालतों में त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है. उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाने पर भी जोर दिया.
पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद के भीतर हुए जोरदार आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान बम विस्फोट में कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 200 लोग जख्मी हो गए. ये अफगानिस्तान की सरहद से लगते अशांत प्रांत में हुए सबसे घातक हमलों में से एक है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने इस हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान के पेशावर की मस्जिद में हुए घातक हमले की निंदा करता हूं. मैं उन लोगों को प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस हमले में अपने परिजनों को खो दिया है. मैं पाकिस्तान के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता दिखाता हूं.
वहीं पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग का कहना है कि इस हमले में साफतौर पर शिया नमाजियों को निशाना बनाया गया है. विस्फोट किस्सा ख्वानी बाजार के नजदीक इमामबारगाह में उस वक्त हुआ जब लोग जुमे की नमाज अदा कर रहे थे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved