- राजधानी में नहीं सुधर रहे पुलिस वाले, महकमे को कर रहे शर्मिंदा
- खाकीधारियों पर बलात्कार करने से लेकर जुआ सट्टा चलवाने और खेलने तक के लगे आरोप
फराज शेख, भोपाल
राजधानी के चंद खाकीवर्दी वालों के कारण पिछले एक महीने में कई बार पूरे महकमे को रुसवाई का सामना करना पहड़ा है। इनकी करतूतों ने पुलिस के आला अधिकारियों को शर्मिंदा कर दिया। बीती 6-7 जुलाई की दरमियानी रात क्राइम ब्रांच की टीम ने बदमाश जुबैर मौलाना के जुए के अड्डे पर दबिश दी। लापरवाही के आरोप में टीआई अजय नायर को लाइन अटैच किया गया।
इसी के साथ करीब 11 पुलिसकर्मियों को इस जुआ खाने को संरक्षण देने के आरोप में लाइन हाजिर किया गया। इस घटना के ठीक 15 दिन बाद इसी क्षेत्र के एक सटोरिये ने डीआईजी इरशाद वली को आवेदन देकर थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी सहित अन्य 7 जवानों पर जबरन डेढ़ लाख रुपए की वसूली और दबाव बनाकर सट्टा चलाने के आरोप लगाए। इसके बाद थाना प्रभारी को शोकाज नोटिस दिया गया तथा सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। बीती 31 जुलाई को क्राइम ब्रांच ने मंडी में स्थित एक दुकान में छापा मारा, वहां जुआ खेलते चार पुलिसकर्मी वर्दी में गिरफ्तार किए गए। तीन दिन पहले एक आरक्षक के खिलाफ महिला थाने में बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार को अयोध्या नगर थाने के दो आरक्षकों को हीरा व्यापारी के कर्मचारियों से दो लाख रुपए छीनने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
- केस-1: आरक्षक ने किया बलात्कार
36 वर्षीय महिला की सोशल मीडिया पर तीन साल पहले राहुल जाट नाम के युवक से दोस्ती हो गई थी। राहुल जाट ने महिला को खुद को आरक्षक बताया था। दोनों के बीच कई दिनों तक चैटिंग हुई इसके बाद राहुल ने महिला को घुमाने के बहाने मिलने को बुलाया। महिला जब राहुल से मिलने पहुंची तो वह उसे चर्च गेट जहांगीराबाद इलाके में लेकर गया। यहां पर एक घर में ठहरने के दौरान राहुल ने महिला के साथ ज्यादती की। गुरुवार को पीडि़ता ने महिला थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। - केस-2: दो आरक्षकों ने छीन लिए थे दो लाख रुपए
बीती 10 जुलाई को गुजरात की एक हीरा कंपनी के कर्मचारी रौनक कुमार के साथ हुई थी। उस रात करीब सवा आठ बजे रौनक अपने साथी के साथ मीनाल रेसिडेंसी के गेट नंबर पांच से गुजर रहे थे। तभी उन्हें अयोध्या नगर थाने के चार्ली सवार सिपाही सुमित बघेल और विनोद रावत ने रोक लिया। रौनक के पास एक पिट्ठू बैग था, जिसमें पांच लाख रुपए रखे थे। इसे हवाला का पैसा बताते हुए दोनों सिपाहियों ने बैग छीन लिया और रौनक को धमकाकर भगा दिया। रकम हड़पने के बाद दोनों सिपाहियों ने एक-एक लाख रुपए आपस में बांट लिए थे। इसके बाद बचे हुए तीन लाख रुपए लेकर थाने पहुंच गए। यहां थाना प्रभारी को झूठी कहानी सुना दी। कहा कि हमने संदिग्ध मानकर मोपेड सवार दो लोगों को रोका था। उनके पास बैग में रखी रकम का हिसाब पूछा तो दोनों भाग निकले। थाना प्रभारी के जरिए इस कहानी का पता एसपी को चला तो उन्होंने इसकी जांच के आदेश दे दिए। अगले दिन रौनक ने अफ सरों से शिकायत की तो सिपाहियों की करतूत उजागर हो गई। इसके बाद एसपी ने दोनों सिपाहियों से जब्त हुए दो लाख रुपए और थाने में रखे तीन लाख रुपए इकट्ठा करवाकर रौनक को लौटवा दिए थे। जांच में आरोप सच साबित हुए और दोनों आरक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। - केस-3: वर्दी में जुआ खेलते धरे गए
करोंद मंडी के पास बीती 30 जुलाई शनिवार देर रात करीब सवा बजे एक दुकान के अंदर आधा शटर गिराकर जुआ खेल रहे एक एएसआई, तीन हवलदारों को क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोच लिया। चारों पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर आठ अन्य जुआरियों के साथ जुआ खेल रहे थे। हालांकि क्राइम की टीम ने पहले आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई नहीं की थी। अधिकारियों की फटकार के बाद एक दिन बाद उन्हें आरोपी बनाया गया। बाद में जुआ खेलने के आरोप में गौतम नगर थाने के एएसआई रामराज सिंह, टीला जमालपुरा के हवलदार हीरेंद्र सिंह, चूना भट्टी के हवलदार गणेश बकोरिया और एएसपी जोन-4 दफ्तर में पदस्थ हवलदार बादाम सिंह को गिरफ्तार किया गया। डीआईजी इरशाद वली ने चारों को निलंबित कर उनकी विभागीय जांच के आदेश किए। साथ ही फ ड़ की सूचना न मिल पाने के कारण थाना प्रभारी छोला मंदिर अनिल मौर्य को निंदा और बीट प्रभारी को अर्थदंड की सजा दी थी।