उज्जैन। समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी की तारीख शासन ने 25 मार्च निर्धारित की है। इससे पहले 5 फरवरी से किसानों का उपज बिक्री हेतु पंजीयन किया जा रहा है। 20 दिनों में 63 हजार से ज्यादा किसान पूरे जिले में पंजीयन करा चुके हैं। किसानों की शिकायत है कि पंजीयन की प्रक्रिया में काफी समय लग रहा है। उल्लेखनीय है कि जिले में किसानों ने इस बार 4 लाख हेक्टेयर के दायरे में गेहूँ की उपज बोई है। कृषि विभाग का अनुमान है कि इस बार पूरे जिले में 19 लाख टन से ज्यादा गेहूँ का बम्पर उत्पादन होगा। इधर 25 मार्च से जिले की 171 सोसायटियों और संस्थाओं पर समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी शुरु हो जाएगी।
समर्थन मूल्य का भाव 2015 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। इससे पहले शासन ने इस बार किसानों को पंजीयन की अनिवार्यता के साथ-साथ पंजीयन के वक्त बैंक खातों को आधार से लिंक करने की अनिवार्यता भी लागू की है। 5 फरवरी से पूरे जिले में किसानों का रजिस्ट्रेशन शुरु कर दिया गया था। इधर किसानों का कहना है कि रजिस्टे्रशन की प्रक्रिया में आधार को लिंक कराने में अंगूठे के निशान लिए जा रहे हैं। कई बार सर्वर डाउन होने के कारण वेरिफिकेशन नहीं हो पाता, ऐसे में कई किसानों को दूसरे दिन या अगली बार पंजीयन के लिए आना पड़ रहा है। जिला आपूर्ति नियंत्रक एम.एल. मारू ने बताया कि 5 फरवरी से कल शाम तक 20 दिन की अवधि में पूरे जिले में 62 हजार 200 किसान अपना पंजीयन करा चुके हैं। 5 मार्च तक यह प्रक्रिया चलेगी, तब तक पंजीकृत किसानों की संख्या और बढ़ जाएगी। 5 मार्च को यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद 7 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूँ की उपज बेचने वाले किसानों की स्लाट बुकिंग शुरु कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से इसकी तैयारियाँ भी हो चुकी है।
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