इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान (Imran Khan) भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. तीन साल 228 दिन में ही उनकी कुर्सी चली गई.अब इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए जस्टिस आर. अजमत सईद (R.Azmat Saeeds) का नाम तय किया है. जस्टिस अजमत सईद उस पनामा बेंच (Panama Bench) का हिस्सा थे, जिसने नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) को अयोग्य घोषित कर दिया था. सईद ने साल 1997 में नवाज शरीफ द्वारा गठित एहत्साब ब्यूरो के विशेष अभियोजक के रूप में भी कार्य किया था.
दरअसल, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने रविवार को अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के बाद नेशनल असेंबली को भंग कर दिया. इसके बाद इमरान खान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया. हालांकि, पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत, वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति तक 15 दिनों तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य जारी रख सकते हैं, मगर उन्हें फैसले लेने का अधिकार नहीं है.
विपक्ष किसे चाहता है पीएम बनाना
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें पीपीपी यानी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, ‘जल्द ही इमरान सरकार गिर जाएगी. इसके बाद शहबाज शरीफ देश के नए प्रधानमंत्री होंगे.’ अविश्वास प्रस्ताव को सपोर्ट करने वाले ज्यादातर विपक्षी दल शहबाज शरीफ के ही साथ हैं.
ऐसे में पूरी संभावना है कि शहबाज शरीफ ही अगले प्रधानमंत्री बनें. 2018 में हुए आम चुनाव में भी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) की तरफ से शहबाज को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था. हालांकि, तब इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने चुनाव जीत लिया था.
अगले 90 दिनों के भीतर हो सकते हैं चुनाव
इमरान खान ने रविवार को तुरंत बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए नए चुनाव की मांग की और पाकिस्तानियों को चुनावों के लिए तैयार रहने के लिए कहा. उधर, विपक्ष ने प्रस्ताव को ‘असंवैधानिक’ के रूप में खारिज करने के सरकार के कृत्य पर हमला किया. पाकिस्तान में अब अगले 90 दिनों के भीतर चुनाव हो सकते हैं. राष्ट्रपति द्वारा संसद भंग किए जाने के बाद पाकिस्तान का सियासी संकट सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया.
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