इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को ब्रिटेन से वापस लाने के लिए अपनी पार्टी के नेताओं से कानूनी रणनीति तैयार करने को कहा है। दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं रहने के कारण शरीफ का प्रत्यर्पण करवाना मुश्किल होगा। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
‘डॉन न्यूज’ के अनुसार प्रधानमंत्री खान विपक्ष का मुकाबला करने के लिए हाल ही में गठित पार्टी की समिति की पहली बैठक की शुक्रवार को अध्यक्षता कर रहे थे। खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं से कहा कि वे सरकार को अस्थिर करने और सेना की ‘छवि खराब’ करने के मकसद वाले विपक्ष के सभी कदमों को नाकाम करें।
इससे पहले सरकार ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता के प्रत्यावर्तन के लिए ब्रिटिश सरकार को अनुरोध भेजा था ताकि वह अदालतों में लंबित भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों का सामना कर सकें। शरीफ पिछले साल नवंबर से लंदन में रह रहे हैं। अदालत ने उन्हें इलाज के लिए वहां जाने की अनुमति दी थी। शरीफ ने हाल में राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर सेना पर निशाना साधा है।
बैठक से जुड़े एक स्रोत ने डॉन को बताया कि प्रधानमंत्री लंदन से शरीफ को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए समिति के सदस्यों को कानूनी रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया। समिति में कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इमरान खान ने शुक्रवार की बैठक में सेना सहित विभिन्न संस्थानों की रक्षा करने और विपक्ष के इरादों को नाकाम करने का संकल्प लिया।
खान ने कहा, ”सेना के शत्रु वास्तव में पाकिस्तान के शत्रु हैं।” उन्होंने कहा, ”शरीफ लोगों को सड़कों पर उतारना चाहते हैं जबकि वह और उनके बच्चे लंदन में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चाहते थे कि संस्थान उनके हितों की रक्षा करें।
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