इस्लामाबाद: पूर्व पाकिस्तानी पीएम (Former Pakistani PM) और पीटीआई संस्थापक (PTI Founder) इमरान खान (Imran Khan) ने आरोप लगाया है कि अगर मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shehbaz Sharif) को पद से हटा दिया जाता है और प्लान बी लागू किया जाता है तो उन्हें भी अपहरण का खतरा हो सकता है। गुरुवार को अदियाला जेल में अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा, मौजूदा शासन की प्राथमिकता देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को खत्म करने की ओर बढ़ गई है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उन्हें राजनीति से प्रेरित मामलों में जेल भेजा गया है। आरोपों से इनकार करते हुए इमरान खान ने सरकार पर उनकी पार्टी और समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। उन्होंने चुनाव पर पाकिस्तान सरकार को भारत से सीखने की नसीहत भी दी।
इमरान खान ने उन रिपोर्टों को खारिज किया जिसमें दावा किया था कि उन्होंने छिपे हुए पार्टी नेताओं को बाहर आने को कहा है। उन्होंने जोर देकर अपने नेताओं को सुरक्षा के लिए सार्वजनिक रूप से नजरों से दूर रहने का निर्देश दिया। उन्होंने लाहौर में पीटीआई के अध्यक्ष समेत प्रमुख हस्तियों के अपहरण का हवाला देते हुए पीटीआई सदस्यों को आने वाली ‘खतरनाक स्थिति’ के बारे में आगाह किया।
मुख्य न्यायाधीश पर लगाया आरोप
इमरान खान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा के साथ पार्टी के चुनावी जनादेश को कमजोर करने की साजिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि सीजेपी पिछले छह से सात महीनों से निर्वाचन क्षेत्रों को खोलने में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक बार जब वह अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे, तो चार निर्वाचन क्षेत्र खुल जाएंगे, जिससे सरकार गिर जाएगी। पूर्व पीएम ने मौजूदा प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि देश एक ‘बनाना रिपब्लिक’ में बदल गया है, जहां नागरिक अब अपने शासकों पर भरोसा नहीं करते हैं।
भारत के चुनावों का दिया हवाला
इमरान खान ने सरकार से लोगों को चुनावी जनादेश वापस करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि पारदर्शी चुनावों से शांति आती है। उन्होंने भारत के हालिया चुनावों का हवाला दिया, जहां बिना किसी आपत्ति के करीब 65 करोड़ लोगों ने मतदान किया। इमरान खान ने पाकिस्तान में भी इलेक्ट्रॉनिक मशीन शुरू करने की वकालत की। उन्होंने दावा किया कि वह ऐसा करने वाले थे लेकिन पूर्व सेना प्रमुख, पाकिस्तान चुनाव आयोग और पीपीपी ने उन्हें रोक दिया। खान ने 8 सितम्बर को इस्लामाबाद की रैली में लोगों से सड़कों पर उतरने और अपनी भागीदारी में किसी भी बाधा को बर्दाश्त न करने की अपील की।
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पाकिस्तान में आतंकवाद पर उठाया सवाल
इमरान खान ने आतंकवाद के मुद्दे पर पीटीआई को जिम्मेदार ठहराने की आलोचना की। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार बलूचिस्तान में हो रहे आतंकवाद के लिए भी पीटीआई जिम्मेदार मानती हैं। उन्होंने बलूच समुदाय के बीच बढ़ रहे असंतोष पर चिंता जाहिर करते हुए इसे खतरनाक स्थिति बताया। उन्होंन कहा, ‘बलूचिस्तान में अशांति पैदा करने वाले लोग हैं, जो बिना किसी स्थानीय समर्थन से केवल पैसा कमा रहे हैं।’
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