इस्लामाबाद। युद्ध के माहौल के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज रूस का दौरा करने जा रहे हैं। खान का यह दौरा 23-24 फरवरी को होने वाला है। आधिकारिक रूसी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 23 वर्ष बाद किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का पहला रूस दौरा है। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी इस यात्रा की आधिकारिक पुष्टि की है। इन सब के बीच यह जानने वाली बात है कि आखिर इमरान खान तनाव के माहौल के बीच भी रूस क्यों जाना चाहते हैं? दरअसल, इसके पीछे की वजह कुछ महत्वपूर्ण समझौते हैं जो कि पाकिस्तान को बड़े फायदे पहुंचा सकते हैं।
इन समझौतों पर होगी बात
पाकिस्तान और रूस की यात्रा के दौरान बड़े सौदे करने की उम्मीद है, जिसमें 2 बिलियन अमरीकी डालर की गैस पाइपलाइन के निर्माण के लिए रूसी निवेश पर एक समझौता शामिल है। पाकिस्तानी मीडिया ने पिछले सप्ताह इसकी जानकारी भी दी थी। खान की यात्रा के दौरान पाकिस्तानी नेतृत्व रूस के साथ एक वाणिज्यिक समझौते पर भी हस्ताक्षर करना चाहता है। कजाकिस्तान से गैस पाइपलाइन परियोजना पर भी समझौता करने की उम्मीद है। बता दें कि एक रूसी प्रतिनिधिमंडल हाल ही में पाकिस्तान गैस स्ट्रीम परियोजना के संबंध में टोल-फ्री कार्यवाही और कर छूट पर बातचीत करने के लिए पाकिस्तान गया था।
अमेरिका से संबंध खराब होने के कारण रूस और चीन के करीब आया पाक
रूस के साथ पाकिस्तान के संबंध हाल के वर्षों में कड़वी शीत युद्ध की शत्रुता से आगे निकल गए हैं। अमेरिका से संबंध खराब होने के कारण पाकिस्तान रूस और चीन से दोस्ती बढ़ा रहा है। पिछले साल अप्रैल में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने लगभग नौ साल के अंतराल के बाद इस्लामाबाद का दौरा किया था। यात्रा के दौरान, उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन की ओर से पाकिस्तानी नेतृत्व को संदेश दिया कि मास्को इस्लामाबाद को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।
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