इस्लामाबाद (Islamabad) । पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) को एक बार फिर से तलब किया गया। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री को तोशखाना मामले में जांच की शुरुआत के लिए बुलाया गया था। हालांकि, पूछताछ के लिए नहीं पहुंच पाने के बाद उनके वकील ने नई तारीख मांगी। सूत्रों ने बताया कि इमरान खान पर सत्ता का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार (Corruption) के कई आरोप लगे हैं।
खुद पर लगाए आरोपों का जवाब देते पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने फेसबुक के जरिए अपना संदेश दिया। उन्होंने कहा, “मुझे डर है कि कल मुझे फिर से एक फर्जी मामले में गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं किसी भी तरह के सौदे का हिस्सा नहीं बनूंगा। मेरा मुल्क ते ये है, मैं सब कुछ दांव पर लगा कर यहां पर हूं। मैंने हमेशा फैसला किया है कि पाकिस्तान मेरा घर है, जहां मुझे जीना-मरना है।”
इमरान खान ने कहा, “मैंने किसी भी सूरत में किसी से डील नहीं की है। मैं इसलिए पॉलिटिक्स में नहीं आया यदि मुझे डील ही करनी होती तो मैंने पहले ही डील कर लेता। मैं हर वक्त जेल के लिए तैयार हूं। मैं कभी किसी सूरत में पाकिस्तान ने बाहर नहीं जाऊंगा। मेरे कौन से बाहर मुल्क में पैसे पड़े हैं कि मैं अपना देश छोड़ कर जाऊं।” पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने करोड़ों रुपये की रिश्वत ली और सरकारी चीजों दुरुपयोग किया।
वहीं लाहौर पुलिस ने इमरान खान की रिहाई के बाद मुलाकात करने वाले 27 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया और उन्हें एक अज्ञात स्थान पर भेज दिया है। जेल से छूटने के बाद पंजाब के विभिन्न जिलों से पीटीआई कार्यकर्ता चेयरमैन से मिलने जमान पार्क पहुंचे थे. बैठक के बाद जब कार्यकर्ता वापस जाने लगे तो पुलिस ने अलग-अलग इलाकों में चौकियों पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार लोगों को अभी तक किसी भी मामले में नामजद नहीं किया गया है. यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस महीने की शुरुआत में, लाहौर उच्च न्यायालय ने लाहौर सहित पंजाब के 11 जिलों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की घोषणा की और सभी व्यक्तियों की तत्काल रिहाई का आदेश दिया।
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