नई दिल्ली: अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे और दिल्ली कूच की कोशिश (attempt to march to delhi) में लगे किसानों के उग्र प्रदर्शन (Farmer Protest) का असर जमीन पर को इससे जुड़ी तस्वीरों को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि इसका असर आसमान तक भी पहुंच चुका है. दरअसल, किसानों के प्रदर्शन के चलते यातायात सेवाओं में आई बाधा (Disruption In Transport Services) के चलते हवाई सफर महंगा (Air Fare Rise) हो गया है और फ्लाइट टिकट चार गुना तक महंगे हो गए हैं.
खासतौर पर पंजाब जाने वाली फ्लाइट्स के टिकट की कीमतों में बढ़ा (Flight Ticket Price Rise) उछाल देखने को मिल रहा है. किसान आंदोलन की वजह से सड़क पर आवाजाही प्रभावित हुई है, तो ऐसे में लोग यात्रा के लिए फ्लाइट का सहारा ले रहे हैं. लेकिन यहां भी इन यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए चार गुना किराया देना पड़ रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी दिल्ली से पंजाब के अमृतसर का हवाई किराया (Delhi To Punjab Air Ticket) आमतौर पर 3000 से 4000 रुपये के आस-पास रहता था, लेकिन अब ये बढ़कर 12,000 के करीब पहुंच चुका है.
Make My Trip के मुताबिक, ना केवल दिल्ली से अमृतसर, बल्कि अगर किसी यात्री को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से अमृतसर की यात्रा करनी है तो 16 फरवरी 2024 के लिए उसे IndiGo, SpiceJet में एक टिकट के लिए 13,480 रुपये देना होगा. जबकि इस दूरी के लिए Air India Express में तो टिकट का दाम 14,000 रुपये से ज्यादा का मिल रहा है. जबकि यही टिकट पांच दिन बाद यानी 22 फरवरी को लेंगे तो महज 3,599 रुपये में खरीद सकते हैं.
गौरतलब है कि फसलों के लिए एमएसपी (MSP) पर कानून और कर्ज माफी समेत अन्य मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसान केंद्र पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन (Dilli Chalo Protest) कर रहे हैं और ये लगातार उग्र होता जा रहा है. बीते दिनों दिल्ली के शंभू बॉर्डर पर जबरदस्त उपद्रव देखने को मिला और पथराव व आगजनी के बीच पुलिस ने जमकर आंसूगैस के गोले छोड़े. फिलहाल की बात करें तो सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं, इसके बावजूद किसानों का प्रदर्शन जारी है.
Farmet Protest के चलते सड़कों पर जाम की स्थित है. इसका असर माल ढुलाई पर पड़ रहा है. यही नहीं नेशनल हाईवे समेत अन्य रास्तों पर जाम होने के चलते माल से लगे सैकड़ों ट्रक पंजाब-दिल्ली के रास्ते फंसे हुए हैं. कई रूट का डायवर्ट करना पड़ा है और इसके चलते वाहन लंबा रास्ता तय करके अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं और प्रति किलोमीटर के हिसाब से तय होने वाला मालभाड़ा बढ़ रहा है.
किसान आंदोलन के बीच आई एक रिपोर्ट में हर दिन अनुमानित, 500 से 600 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई गई है. इस सबसे बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल से दिल्ली में माल की आवाजाही निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया है.
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