भोपाल। उद्यानिकी विभाग में माइक्रो सिंचाई योजना के तहत किसानों को स्प्रिंकलर सेट वितरण में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने वालेे उपसंचालक राजेन्द्र राजौरिया ्रके खिलाफ भोपाल संभागायुक्त ने जांच रिपोर्ट राज्य शासन को भेज दिया है। आयुक्त कवीन्द्र कियावत ने रिपोर्ट में कहा है कि स्प्रिंकलर सेट वितरण में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। ऐसे में उपसंचालक राजेन्द्र राजौरिया को तत्काल निलंबित कर विभागीय जांच शुरू की जाए। संभागायुक्त ने सीहोर जिला पंचायत सीईओ से भ्रष्टाचार की जांच कराई। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि राजौरिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ रहते हुए वर्ष 2009—10 एवं 2010—2011 में किसानों को माइक्रो सिंचाई योजना में स्प्रिंकलर बांटने के नाम पर 1.09 करोड़ रुपए का घोटाला किया था। रिपोर्ट में बताया गया कि इस अवधि में सीहोर के तत्कालीन सहायक संचालक राजौरिया ने 464 किसानों को स्प्रिंकलर बांटना दिखाए थे। भौतिक सत्यापन के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि मात्र 104 किसानों को ही स्प्रिंकलर दिए गए हैं। शेष किसानों को बिना स्प्रिंकलर खरीदे उनके नाम से अनुदान राशि निकाली गई है। भोपाल संभाग आयुक्त कियावत ने रिपोर्ट में इसे गंभीर वित्ताीय अनियमितता मानते हुए इसके पूर्व में 5 सितंबर 2019 को सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता की जांच रिपोर्ट को सही ठहराया है। कमिश्नर ने ये रिपोर्ट उद्यानिकी विभाग के प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव को जांच रिपोर्ट भेज दी है।
कई मामलों में भ्रष्टाचार का आरोपी है राजौरिया
राजेन्द्र कुमार राजौरिया पर विभाग में करोड़ों के घोटाले के आरोप लगे हैं। कई मामलों में जांच चल रही है। उन्होंने करोड़ों रुपए की पौध खरीदी में भ्रष्टाचार किया। नमामि देवी नर्मदे में करोड़ों रुपए की कागजों में की गई पौध खरीदी थी। इस मामले में सरकार ने राजौरिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी।
भ्रष्ट अफसर पर मंत्री मेहरबान
करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोपी उप संचालक राजेन्द्र राजौरिया पर उद्यानिकी विभाग के मंत्री भारत सिंह कुशवाह मेहरबान हैं। मंत्री ने राजौरिया को अपने गृह नगर ग्वालियर में पदस्थ कर संयुक्त संचालक का प्रभार तक दिलवा दिया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved