नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus Second Wave) में 646 लोगों की जान गई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने इस बात की जानकारी दी। इन 646 में से सबसे ज्यादा 109 डॉक्टरों ने दिल्ली में जान चली गई। इसके बाद बिहार में 97 चिकित्सकों की जान गई। वहीं उत्तर प्रदेश में 79 डॉक्टरों की मौत हो गई। इसके बाद राजस्थान में 43, झारखंड में 39, गुजरात में 37, आंध्र प्रदेश में 35, तेलंगाना 34, तमिलनाडु में 32, पश्चिम बंगाल में 30, महाराष्ट्र और ओडिशा में 23 मध्य प्रदेश में 16 डॉक्टरों की जान चली गई। आईएमए के अनुसार इस महामारी की पहली लहर के दौरान 748 डॉक्टरों की जान चली गयी थी।
भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों में अब कमी आती दिख रही है। देश में शनिवार को करीब दो महीनों में कोविड-19 के एक दिन में सबसे कम 1,20,529 नए मामले आए और इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले 2,86,94,879 पर पहुंच गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, इस संक्रामक रोग से 3,380 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की कुल संख्या 3,44,082 हो गयी है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार पांचवें दिन 20 लाख से कम रही। मंत्रालय ने बताया कि रोज आने वाले संक्रमण के नए मामले 58 दिनों में सबसे कम हैं।
A total of 646 doctors died in the second wave of COVID-19: Indian Medical Association pic.twitter.com/RF5Yw355zw
— ANI (@ANI) June 5, 2021
मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को कोविड-19 के लिए 20,84,421 नमूनों की जांच की गई जिससे देश में अभी तक की गई कुल जांच की संख्या 36,11,74,142 हो गयी है। संक्रमण की दैनिक दर गिरकर 5.78 प्रतिशत हो गयी है जो लगातार 12वें दिन 10 प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी कम होकर 6.89 प्रतिशत रह गयी है। आंकड़ों के मुताबिक, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 15,55,248 रह गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 5.73 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 93.08 प्रतिशत है। स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या लगातार 23वें दिन संक्रमण के रोज आने वाले नए मामलों से अधिक है।
आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 2,67,95,549 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए।
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