एक दर्जन फैक्टरियों के लायसेंस निरस्त होने के बाद अवैध रूप से बन रही है मुनक्का
इन्दौर। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने कल एक अवैध मुनक्का फैक्टरी पर छापा मारा और एक आरोपी को गिरफ्तार (Arrest) किया है। तीन माह मे क्राइम ब्रांच ने यह चौथी मुनक्का की अवैध फैक्टरी पकड़ी है। बताते है कि कुछ और फैक्टरियों के अवैध रूप से चलने की जानकारी क्राइम ब्रांच को मिली है। उन पर भी जल्द कार्रवाई हो सकती है।
क्राइम ब्रांच को कल मुखबिर से सूचना मिली थी कि अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में विश्वकर्मा नगर में एक व्यक्ति अवैध रूप से मुनक्का की फैक्टरी चला रहा है। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच ने अन्नपूर्णा पुलिस के साथ मिलकर वहां छापा मारा। पुलिस ने वहां से गोपाल धनोतिया निवासी मल्हारगंज को गिरफ्तार किया है। एडीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे अन्नपूर्णा पुलिस को सौंपा गया है। पुलिस ने वहां से दो लाख रुपए मूल्य की मुनक्का की गोलियां बरामद की है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह इंदौर के अलावा कल राज्यों में मुनक्का सप्लाई करता था। अब उसे भांग उपलब्ध करवाने वाले की पुलिस तलाश कर रही है। पाराशर ने बताया कि इसके पहले क्राइम ब्रांच तेजाजी नगर, पालदा और गांधीनगर में भी मुनक्का की फैक्टरियां पकड़ चुकी है। यह चौथी फैक्टरी पकड़ाई है। जहां तरंग के नाम से मुनक्का बनाई जा रही थी।
लायसेंस निरस्त होने के बाद भी बन रही है अवैध मुनक्का
तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने भांग ठेकेदार मंजूर और मुनक्का फैक्टरियों के गठजोड़ को तोड़ा था और एक दर्जन से अधिक मुनक्का फैक्टरियों के लायसेंस निरस्त किए थे, वहीं मंजूर को जेल भिजवा दिया था। इसके चलते अब कई लोग अवैध रूप से मुनक्का बना रहे हैं। मुनक्का शहर में आयुर्वेदिक दवा के रूम में बेची जाती है, लेकिन ज्यादातर लोग मुनक्का के नाम पर भांग ही बेचते हैं, जबकि इसमें कुछ मात्रा में भांग की अनुमति है।
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