5 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि कैबिनेट ने की मंजूर
इंदौर। जिस तरह मंदिरों की जमीनों की अफरा-तफरी होती रही, उसी तरह वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों को भी ठिकाने लगाया जाता रहा है। इंदौर (Indore) में ही कई वक्फ सम्पत्तियां अवैध रूप से बिक गई। वहीं अब एक नया मामला इंदौर-उज्जैन रोड पर 20 बीघा वक्फ बोर्ड (waqf board) की जो जमीन है उसके अवैध सौदे की सामने आई है। कलेक्टर को बकायदा मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड भोपाल के सीईओ ने इस संबंध में पत्र भी भेजा है, जिस पर कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) ने जांच के निर्देश दे दिए हैं। बड़ोदिया खान, सांवेर तहसील की इस जमीन की वर्तमान बाजार कीमत 70 करोड़ रुपए से अधिक है, जिसे ओने-पौने दामों पर बेचा जा रहा है। जबकि यह जमीन वक्फ सम्पत्ति के नाम से ही राजस्व दस्तावेजों में भी पंजीबद्ध है। सूत्रों के मुताबिक इस 20 बीघा जमीन की रेशो में डील की गई है और कुछ टोकन के रूप में भुगतान भी हो गया है।
जिला वक्फ बोर्ड इंदौर के अध्यक्ष रेहान सेख (District Waqf Board Indore President Rehan Seikh) ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में कलेक्टर को मय प्रमाण शिकायत की गई है। हालांकि श्री शेख का यह भी कहना है कि इस अवैध सौदे से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने में भी जुटे हैं। फिलहाल कलेक्टर को जो शिकायत की गई है वह वक्फ दरगाह गुलाम कादरशाह मोजा बड़ोदियाखान, तहसील सांवेर की सम्पत्ति को लेकर की गई है, जिसमें कतिपय लोगों पर करोड़ों रुपए में विक्रय करने के आरोप हैं। अग्निबाण के पास मौजूद इस शिकायत में कहा गया है कि उक्त वक्फ सम्पत्ति बकायदा राजस्व रिकॉर्ड में अंकित है और उसका राजपत्र में भी 25.08.1989 पर प्रकाशन हो चुका है, जिसमें स्पष्ट लिखा है कि उक्त पीर स्थान के व्यवस्थापक कलेक्टर इंदौर हैं और उक्त वक्फ सम्पत्ति अहस्तांतरणीय है। बावजूद इसके 20 बीघा जमीन का अवैध सौदा किया गया है। ये जमीन खसरा नम्बर 365, रकबा 0.202 हेक्टेयर, खसरा नम्बर 367/2, रकबा 2.630 हेक्टेयर एवं खसरा नम्बर 367/3, रकबा 3.209 हेक्टेयर, खसरा नम्बर 502, रकबा 0.583 हेक्टेयर और खसरा नम्बर 502/1 में से 100 वर्गफीट वक्फ सम्पत्ति के नाम पर दर्ज है। अभी मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड भोपाल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 1 मार्च को ही कलेक्टर को पत्र लिखकर इस जमीन के अवैध क्रय-विक्रय को रोकने और संबंधित दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने को कहा है। इस शिकायत के मिलने पर कलेक्टर आशीष सिंह ने बड़ोदियाखान की इस वक्फ जमीन की अवैध बिक्री की जांच शुरू करा दी है। इंदौर-उज्जैन रोड पर आईपीएस एकेडमी के सामने फोरलेन से लगी ये जमीन करोड़ों रुपए मूल्य की है, क्योंकि महाकाल लोक बनने के बाद सबसे अधिक जमीनों में तेजी फिलहाल इंदौर-उज्जैन रोड पर ही है, जहां टाउनशिप से लेकर होटल, रेस्टोरेंट सहित अन्य प्रोजेक्ट आ रहे हैं और साढ़े 3 करोड़ रुपए बीघा से अधिक का बाजार मूल्य बताया गया है।
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