- भू माफिया खुलकर कर रहे कालोनियों का निर्माण
- गरीबों को फंसा कर हो जाते हैं गायब
विदिशा। अवैध कॉलोनियों और कालोनाइजरों पर कार्यवाही के आदेश के बाद अभी तक तीन कालोनाइजरों पर मामले दर्ज हुए हंै। लेकिन जहां वायपास के आस-पास करीब 50 से ज्यादा अवैध कालोनियां आकार ले चुकीं हैं और इतनी ही संख्या में कालोनियों को काटने की तैयारी चल रही है। तो अब अवैध कॉलोनियों नए इलाके सामने आ रहे हैं। डूब क्षेत्र में बड़े पैमाने पर खेतों, सरकारी, अन्य जमीनों पर कॉलोनी कट रहीं हैं। ईदगाह से लेकर रामलीला चौराहे के बीच कब्र्रिस्तान के पीछे आरटीओ के पीछे भी कॉलोनी काटी जा रही हैं। भू-माफियाओं ने खेतों की जमीन और सरकारी जमीन पर कब्जा कर कॉलोनी काटकर प्लाट बैंच रहे हैं। इन कॉलोनी में न तो सड़क है न ही पानी और न ही बिजली उपलब्ध होती है। भू-माफिया इन कॉलोनियों को बनाने के बाद इनमें प्लाट काटकर लोगों की जिंदगी भर की जमापूंजी को ठगकर गायब हो जाते हैं और फिर नई जगह पर कॉलोनी काटना शुरू कर देते हैं।
एक दर्जन अवैध कॉलोनियां आकार ले रहीं हैं कुछ भाजपा नेताओं की गहरी पकड़ और उनके संरक्षण में रहने वाले भू-माफियाओं पर प्रशासन मेहरबान है। जिसके चलतेे इन पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है। वर्तमान में जतरापुरा क्षेत्र में करीब एक दर्जन अवैध कॉलोनियां आकार ले रहीं हैं। सड़क के दोनों तरफ अवैध कॉलोनाइजरों ने उचित दाम पर प्लाट उपलब्ध होने और कॉलोनी का नाम देकर बोर्ड लगा रखे हैं। इन बोर्ड पर एक मोबाइल नम्बर दर्ज होता है। जिस पर जानकारी लेकर लोग प्लाट देखने चले जाते हैं और यहीं पर भू-माफिया कॉलोनी में तमाम सुविधाओं का हवाला देकर लोगों की जिंदगी भर की जमापूंजी को ठग लेते हैं। खेतों की जमीन पर प्लाट काटने के बाद लोग इनमें जब मकान बनाते हैं तब ना तो भवन बनाने की अनुमति मिलती है न नामातंरण होता है और न ही बैंक से लोन मिल पाता है। जबकि इन कॉलोनियों में बने हुए मकानों में रहने वाले लोगों को हजार से दो हजार फीट दूरी से बिजली की व्यवस्था करना पड़ती है। जतरापुरा इलाके में कटी अवैध कॉलोनियों में यही हाल नजर आ रहे हैं। एक भाजपा नेता की शह पर एक भू-माफिया ने करीब आधा दर्जन अवैध कॉलोनी इस इलाके में काट रखी हैं।
फोटो सलंग्र 7