इंदौर। कोरोना(Corona) की दूसरी लहर (Second Layer) से पहले पुलिस-प्रशासन (Police Administration) ने जहां गृह निर्माण के फर्जीवाड़ों की जांच-पड़ताल शुरू करवाई और डेढ़ दर्जन से ज्यादा भूमाफियाओं (Land Mafias) के खिलाफ एफआईआर (FIR) भी दर्ज हुई। वहीं अवैध कालोनी (illegal Colony) काटने वालों पर भी लगाम कसी गई, मगर उसके बाद संक्रमण बढऩे के चलते जमीनी जादूगर फिर सक्रिय हो गए और बाहरी क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध कालोनी कटने के साथ-साथ अवैध उत्खनन (Illegal Excavation) भी शुरू हो गया। टिगरिया बादशाह (Tigria Bhadsha), सनावदिया, उमरिया खुर्द (Umaria khurd) में भी एक बार फिर अवैध कालोनियां (Illegal Colonies) कट गई, जिसकी शिकायत सामने आने पर अब कलेक्टर (Collector) ने संबंधित एसडीएम (SDM) को जांच कर कार्रवाई करने और अवैध निर्माणों (Illegal Construction) को तोडऩे और एफआईआर (FIR) दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं।
बीते तीन महीने कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Layer) से निपटने में ही सरकारी मशीनरी को लग गए। अब स्थिति बेहतर हुई है, जिसके चलते कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने भूखंड पीडि़तों को फिर न्याय दिलवाने की पहल शुरू की। हालांकि अभी यह मुहिम रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। मगर जुलाई के पहले हफ्ते से गृह निर्माण संस्थाओं के फर्जीवाड़ों की जांच-पड़ताल में तेजी आएगी। दूसरी तरफ सनावदिया, टिगरिया बादशाह (Tigria Badsha) व अन्य क्षेत्रों में फिर धड़ल्ले से अवैध कालोनियां (Illegal Colonies) कटने लगी। सीधे खेती की जमीनों पर ही भूखंड काट-काटकर बेचे जा रहे हैं। नगर निगम ने टिगरिया बादशाह (Tigaria Badshah) में कुछ समय पूर्व नोटिस जारी किए थे और कुछ मकानों को तोड़ा भी था। दरअसल सांवेर इंडस्ट्रीयल एरिया से यह क्षेत्र लगा हुई है, जहां पर बड़ी संख्या में लोग काम करते हैं, जिसके चलते अवैध कालोनियों (Illegal Colonies) में सस्ते भूखंड लोग खरीद लेते हैं। भवानी नगर से लगी सरकारी कांकड़ पर बनी अवैध कालोनी का भी मामला पिछले दिनों सामने आया। इसी तरह कुछ सर्वे नम्बर पर गिट्टी, मुरम और बुलडोजर से रोड निर्माण करवाने, अवैध बोरिंग के साथ भूखंड काटकर बेच दिए। इसी तरह सनावदिया, बिहाडिय़ा में भी अवैध कालोनाइजेशन शुरू हो गया। पूर्व में पट्टे पर दी गई जमीनों की जांच-पड़ताल भी प्रशासन ने की और कई पट्टे निरस्त भी कर दिए। हालांकि कुछ लोग स्टे भी ले आए। वहीं सरकारी घोषित जमीनों पर भी अवैध कालोनी (ILlegal Colonies) कट गई। कुछ दिनों पहले संबंधित एसडीएम (SDM) ने दौरा भी किया और बिहाडिय़ा के सरकारी जमीन के सर्वे नम्बर 264, 264/1 के अलावा सनावदिया में भी इसी तरह की गड़बडिय़ां पकड़ी गई। अधिकारियों का कहना है कि कुछ पट्टे निरस्त कर रिकार्ड में सरकारी जमीन दर्ज कर दी है। वहीं कुछ जमीन बोरिंग होने, बिजली के खम्भे लगने सहित अन्य शिकायतें भी सामने आई है। कुछ अवैध भूखंडों पर पक्के मकानों का निर्माण भी तेज गति से किया जा रहा है। इसी तरह उमरिया में भी गोपाल कालोनी से लेकर अन्य इसी तरह की अवैध कालोनियां (Illegal Colonies) विकसित की जा रही है। अब कलेक्टर के निर्देश पर संबंधित एसडीएम (SDM), तहसीलदार कार्रवाई शुरू करने जा रहे हैं।
श्री महालक्ष्मी नगर में भूखंडों का कब्जा कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) के निर्देश पर दिलवाया जा रहा है। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर के मुताबिक 80 से अधिक पीडि़तों को कब्जे दिए जा चुके हैं और यह प्रक्रिया जारी रहेगी। वहीं न्याय नगर और संतोषी माता गृह निर्माण की आमसभा की तैयारी भी की जा रही है और न्याय नगर के सेक्टर डी, जहां पर सबसे अधिक अवैध निर्माण भूखंडों पर हो गए हैं, उनकी भी जांच करवाई जा रही है। दरअसल जिन लोगों के पास इन भूखंडों की रजिस्ट्रियां हैं उन पर बब्बू-छब्बू व अन्य लोगों ने अवैध कब्जे करवा दिए और उन पर पक्के निर्माण हो गए हैं। इनमें से कई रजिस्ट्रीधारकों ने कब्जे और निर्माण के चलते अपने भूखंड बेच भी दिए हैं। 200-250 ऐसे भूखंडों और उन पर की गई रजिस्ट्रियों की जांच की जाएगी, ताकि इस तरह के कुल प्रकरण हैं, सामने आ सके।
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