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    अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

  • January 16, 2023

    • क्षेत्र में खनन माफियाओं का मकडज़ाल नदी, नाले, पहाड़ गड्ढों में हुए तब्दील

    सिरोंज। क्षेत्र में धड़ल्ले से रेत, कोपरा व मुरम का अवैध खनन व ओवर लोड परिवहन का कार्य हो रहा है। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा इस पर न तो रोक लगाई जा रही है और न ही संबंधितों पर कोई कार्रवाई। जिसके कारण इन माफिया के हौंसले बुलंद है। इधर, प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में बमुलिया के ग्रामीणों ने वाहनों को रोककर आक्रोश व्यक्त किया। वही शासन प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर प्रशासन को चेतावनी दी है कि या तो आप कार्यवाही करें अन्यथा ग्रामीण सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे। दीपनाखेड़ा निवासी दीपक रघुवंशी ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि प्रशासन क्षेत्र में हो रहे उत्खनन पर जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रहा है जबकि ग्रामीण कई बार शिकायत कर चुके हैं क्षेत्र की एक मात्र प्राचीन एवं प्रसिद्ध केतन नदी इन माफियाओं ने खोखली कर गड्ढों में तब्दील कर दी है। उनका आरोप है कि दिन भर सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर ट्राली व डंपर प्रधानमंत्री सड़क से होकर निकलते हैं। जिसकी वजह से सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। ग्रामीण लक्ष्मण पाल, मनोहर कुशवाह ने बताया कि ग्राम पंचायत बमुलिया एवं कस्बा ताल से सैकड़ों की तादाद में प्रतिदिन अवैध रूप से रेत का परिवहन ट्रैक्टर ट्राली एवं डंपर के माध्यम से हो रहा है। जिसकी वजह से हमारे गांव की सड़क पूरी तरह कैसे गड्ढों में तब्दील हो गई है एवं बच्चे भी घर से बाहर नहीं निकल पाते हैं कई बार हादसे भी हो गए।



    दीपनाखेड़ा के ग्रामीणों का कहना है कि बमुश्किल कई वर्षों के संघर्ष के बाद हमारे गांव से अन्य गांव को जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री सड़क बन पाई है लेकिन यह लोग पूरी सड़क को गड्ढों में तब्दील कर चुके हैं। ग्रामीण जयपाल, मोती लाल अहिरवार ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली एवं डंपर को रोककर कई बार चेतावनी दे चुके हैं कि वाहनों को धीरे चलाएं लेकिन यह लोग नहीं मानते हैं। दो दर्जन से ज्यादा गांव इस प्रधानमंत्री मार्ग से जुड़े हैं ग्रामीण बताते हैं कि बरसों पहले जब सड़क नहीं थी तो लोग सिरोंज जाने के लिए पैदल 20 किलोमीटर चलना पड़ता था लेकिन आज जब सरकार ने व्यवस्थित सड़क निर्माण करा दी तो यह माफिया धड़ल्ले से वाहन चलाकर उसे गड्ढों में तब्दील कर रहे हैं। ट्रैक्टर ट्राली एवं डंपर तेज गति से प्रतिदिन रेत भरकर यहां से निकलते हैं जिसकी वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं और जान भी जा चुकी हैं लेकिन इसके बाद भी ना तो प्रशासन इस ओर कोई ध्यान दे रहा ना ही क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि कोई कार्रवाई कर रहे हैं। वही प्रधानमंत्री सड़क की क्षमता 8 टन है। बावजूद इसके रेत माफिया अधिकारियों की साठगांठ से तकरीबन 15 से 20 टन वजन भरकर इस मार्ग से परिवहन करते हैं। जिससे वजह से जगह जगह सड़क खराब होने लगी है। माइनिंग अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदार को सिर्फ ढिमरोली घाट से मजदूरों के माध्यम से रेत निकालने की परमिशन है। ग्रामीणों ने बताया ढिमरौली घाट से रेत निकाल कर ग्राम दीपनाखेडा, रुसल्ली घाट, कस्बा ताल, बमुलिया ताल, सियलपुर, पथरिया सहित आधे दर्जन गांव की सड़क से होकर प्रतिदिन वाहन निकालते हैं।

    पहाड़ों को खोदकर कर दिया खंडर
    भू माफियाओं ने क्षेत्र के सभी पहाड़ पहाडिय़ों को अवैध रूप से खोदकर गड्ढों में तब्दील कर दिया है, चारों तरफ अवैध कारोबारियों का मकडज़ाल इस कदर प्रशासन पर हावी है कि प्रशासन कार्यवाही करने की हिम्मत तक नहीं दिखा पा रहा है। प्रकृति को खुलेआम अवैध रूप से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जबकि इन माफियाओं के खिलाफ क्षेत्र के कई समाजसेवी संगठनों एवं ग्रामीणों ने कार्रवाई के लिए आवेदन दिए हैं, लेकिन प्रशासन फिर भी कार्रवाई नहीं कर पा रहा है जिससे प्रतीत होता है कि या तो प्रशासन की सांठगांठ से ही पूरा खेल खेला जा रहा है या फिर सफेदपोश नेताओं का इन भू माफियाओं को खुला संरक्षण है।

    इनका कहना है
    शासन प्रशासन अवैध कारोबारियों को संरक्षण दे रहा है और कार्रवाई करने से बच रहा है यदि जल्द ही भू माफियाओं पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।
    सुरेंद्र रघुवंशी प्रदेश सचिव कांग्रेस

    उत्खनन कारोबारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है और यदि अभी भी खनन कर रहे हैं तो उन लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। केतन नदी और पनडुब्बी की बार-बार शिकायत आ रही है हमने दिखवाया था, उस समय वहां पनडुब्बी नहीं थी और यदि पनडुब्बी से रेत निकाली जा रही है तो कार्रवाई की जाएगी।
    प्रवीण प्रजापति एसडीएम सिरोंज

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