पटना: IIT रुड़की ने अगुवानी घाट पुल पर रिपोर्ट नीतीश सरकार को सौंप दी है. IIT रुड़की की टीम ने मंगलवार की देर शाम सरकार को यह रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट आने के बाद अब महागठबंधन सरकार इसके आधार पर आगे की कार्रवाई कर सकती है. IIT रुड़की ने यह रिपोर्ट पिछले साल अप्रैल में पुल टूटने के मामले पर जांच करके दी है. दरअसल पिछले साल अगुवानी सुलतानगंज महासेतु का एक हिस्सा सुलतानगंज की तरफ से गिर गया था. इसके बाद तात्कालीन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रुड़की की विशेषज्ञ टीम को जांच की जिम्मेदारी सौपी थी. इसके साथ ही रिपोर्ट आने तक सुलतानगंज की तरफ से पुल के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन अगुवानी की तरफ से पुल निर्माण का काम लगातार चल रहा था. इस बीच रविवार को पुल का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया.
पिछले साल आंधी से गिर गया था पुल
बताया जा रहा है कि 30 अप्रैल को पुल गिरने के बाद IIT रुड़की की विशेषज्ञ टीम ने जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी था. इस रिपोर्ट में संरचनात्मक खामियों की बात कही गई थी. तब बिहार सरकार ने पूरे पुल की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा था. सरकार उस रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी. मंगलवार को वह रिपोर्ट सरकार को IIT रुड़की की टीम ने सौंप दी है. IIT रुड़की की जांच रिपोर्ट में क्या है ये बात अभी सामने नहीं आई है. चूकि यह जांच पिछले साल अप्रैल में पुल का एक बड़ा हिस्सा गिरने के बाद कराया गया था तो इस रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट होने की संभावना है कि उसके लिए जिम्मेदार कौन है.
रिपोर्ट के आधार पर होगी दोषियों पर कार्रवाई
इसके बाद पता चल पाएगा कि क्या सचमुच में महासेत का एक बड़ा हिस्सा आंधी की वजह से गिर गया था. वहीं उस घटना के बाद सरकार ने पूरे पुल की जांच कराने की बात कही थी तो फिर सवाल उठता है कि इस रिपोर्ट के आधार पर रविवार को पुल का जो बड़ा हिस्सा क्यों गिरा यह भी स्पष्ट हो पाएगा? या फिर इसकी अलग से जांच कराई जाएगी. इसके साथ ही सवाल ये भी है कि इस रिपोर्ट के आधार पर क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी? जैसा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि पुल गिरने के लिए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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