नई दिल्ली। सर्दी आते ही कई लोगों की नाक बहना शुरू हो जाता है. सर्दी-जुकाम, बलगम से लोग परेशान हो जाते हैं. अमूमन ये सब वायरल के कारण होते हैं. अगर यह वायरल सर्दी-जुकाम (viral cold) है तो बहुत ज्यादा डरने की बात नहीं है लेकिन कभी-कभी नाक में तरह-तरह की परेशानियां हो जाती है. नाक बहने के साथ-साथ नाक में सूजन तक आ जाती है. अगर ऐसा है तो नाक में फंगल इंफेक्शन हो सकता है. सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह घातक भी हो सकता है. इसे फंगल साइसुसाइटिस कहते हैं. फंगल साइनुसाइटिस साइनस इंफेक्शन (sinus infection) है. दरअसल, कई तरह के फंगल इंफेक्शन होते हैं, इनमें कुछ इंफेक्शन घातक भी हो सकता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादातर यह अपना शिकार बनाता है.
साइनुसेस या साइनस होता क्या है
क्लीवलैंड क्लिनिक वेबसाइट के मुताबिक साइनस खोपड़ी के अंदर एक खाली जगह या कैविटी है जो माथे तक फैला होता है. यह नाक के पीछे आंखों के बीच और गाल के उपरी हिस्से की हड्डी के नीचे होता है. साइनस की दीवार में म्यूकस रहता है. जैसे ही यहां तक कोई बैक्टीरिया (bacteria) आता है, उसे फंसा लेता है और यह अंदर में हवा को नम रखता है. साइनस को जल्दी-जल्दी साफ करने की जरूरत पड़ती है लेकिन अगर किसी कारण यह बंद हो जाए या सूजन हो जाए तो साइनस सही से काम नहीं करता.
नाक में फंगल इंफेक्शन के लक्षण Symptoms of sinusitis
नाक (nose) में फंगल इंफेक्शन होने पर गंध चली जाती है और नाक बदबू करने लगती है.
नाक बहने के साथ ही बुखार भी आ जाता है.
नाक और साइनस में सूजन आ जाती है. नाक लाल हो जाती है.
नाक बंद होने लगती है.
नाक में दर्द होता है. नाक की त्वचा सूज जाती है जिससे यह नाजुक हो जाती है और छूने पर बहुत दर्द होता है.
साइनस सिर दर्द होता है.
बीमारी गंभीर होने पर सोचने की शक्ति प्रभावित होती है.
स्किन के रंग में परिवर्तन होने लगता है.
चेहरे में सून्नापन आने लगता है.
साइनस गंभीर होने पर गाल और आंखें भी सूजने लगती है.
देखने में भी दिक्कत होती है. अंधापन भी आ सकता है.
क्या है इलाज
अगर साइनस के गंभीर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. आमतौर पर एंटीफंगल दवाइयों से यह ठीक हो जाता है. अगर साधारण दवाइयों से ठीक नहीं होता तो कॉर्टिकोस्टेरॉयड दवा दी जाती है. इसके अलावा नजल वाश से नाक साफ करने के लिए कहा जाता है. इन सबके बावजूद अगर मरीज ठीक नहीं हुआ तो अंत में सर्जरी की जाती है. जिन लोगों को डायबिटीज है या इम्यूनिटी कमजोर हैं, उन्हें पहले मूल कारणों को सही करने पर ध्यान देना चाहिए.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से पेश की गई है, इन पर हम किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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