नई दिल्ली। देश के भीतर हवाई यात्रा करने के लिए अब आपको ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार की रात से एयरलाइंस के न्यूनतम और अधिकतम किराए में 12.5 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। इसके साथ ही सरकार की ओर से 7.5 प्रतिशत अधिक घरेलू उड़ानों को मंजूरी दे दी गई है, जिससे अब इसकी क्षमता 72.5 प्रतिशत हो गई है।
गौरतलब है कि पांच जुलाई के बाद से घरेलू उड़ानें कोरोना के कारण 65 प्रतिशत क्षमता के साथ उड़ान भर रही हैं। वहीं कोरोना के कारण एक जून से पांच जुलाई तक सिर्फ 50 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भरने की ही अनुमति थी।
1200 से 1600 तक बढ़ा मुंबई से दिल्ली का किराया
बढ़ी हुई कीमतों के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच का एक तरफ का न्यूनतम किराया 4700 से बढ़कर 5287 हो गया है। तो वहीं अधिकतम किराया 13000 से 14625 पहुंच गया है। वाहन ईंधन के दाम बढ़ने के बाद एक साल के अंदर चौथी बार सरकार की ओर से इस तरह की बढ़ोत्तरी की गई है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहीं एयरलाइंस कंपनियां
एक फ्लाइट के उड़ान भरने में 40 फीसद खर्च ईंधन का ही आता है। लेकिन, सरकार की ओर से कोई वित्तीय सहायता न मिलने व कोरोना के कारण एयरलाइंस पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहीं हैं। सरकार की ओर से हवाई यात्रा किराए में जो बढ़ोत्तरी की गई है। उसमें यात्री सुरक्षा शुल्क 150 रुपये व जीएसटी शामिल नहीं है।
कोरोना के कारण दो महीने की बंदी के बाद सरकार ने 25 मई को हवाई यात्रा की अनुमति एक तिहाई क्षमता के साथ दी थी। इसके साथ ही सरकार की ओर से एयरलाइंस कंपनियों को किराया भी निर्धारित करने के आदेश दिए गए थे, जिससे यात्रियों से मनमाना किराया न वसूला जा सके।
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