आज के इस समय में स्वस्थ्य रहना एक कठिन चुनौती हो गया है । वर्तमान समय में भारत कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second wave) से बुरी तरह प्रभावित है । कोरोना(Corona) से बचाव के लिए मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करने की सलाह दी जा रही है लेकिन सुरक्षित रहने के लिए सिर्फ इतना ही काफी नहीं है। इसके लिए शरीर के इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बेहद जरूरी है क्योंकि इम्यूनिटी कमजोर होने पर शरीर आसानी से किसी भी वायरस की चपेट में आ सकता है। ऐसे में जरूरी है अपने खानपान में उन चीजों को शामिल करें जिनसे शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट हो सके।
एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड
बेरीज, प्याज, लहसुन, अदरक, गाजर और कद्दू में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इन चीजों को डाइट में शामिल करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है जिससे वारयस से लड़ने में मदद मिलती है। खानपान की इन चीजों में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी, बी और ई पाया जाता है। नियमित रूप से इनका सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और शरीर को वायरल इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
हल्दी
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों (Anti-inflammatory properties) से भरपूर हल्दी में करक्यूमिन नामक एक कंपाउंड होता है, जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। नियमित रूप से भोजन में हल्दी और काली मिर्च का प्रयोग स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। हल्दी वाला दूध इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए अच्छा ऑप्शन माना जाता है। हल्दी और काली मिर्च इम्यून सिस्टम (Immune system) को मजबूत बनाकर शरीर को वायरल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
चक्रफूल
स्टार ऐनिस यानी चक्रफूल में शिमिक एसिड नामक एक यौगिक पाया जाता है। पिछले 15 वर्षों से इसका इस्तेमाल एंटीवायरल ड्रग्स (Antiviral drugs) को संश्लेषित करने के लिए जा रहा है। इसमें कई गुणकारी तत्व होते हैं जो कई तरह के रोगों के ठीक करने के लिए उपयोगी सिद्ध होते हैं। स्टार एनिस का इस्तेमाल मसाले के तौर पर थाई सूप, करी, सब्जी आदि बनाने में कर सकते हैं। इसके अलावा स्टार एनिस (Star anis) के दो टुकड़ों को पानी में 15 तक उबाल लें। पानी के गुनगुने हो जाने पर इसे पिएं। ऐसा करने से शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
फर्मेंटेड फूड
फर्मेंटेड फूड आंतों के लिए फायदेमंद होता है। फर्मेंटेड फूड इम्यूनिटी बढ़ाने में बेहद लाभदायक माना जाता है। योगर्ट, केफिर, किची, घर के बने हुए अचार, कांजी जैसे फर्मेंटेड फूड का सेवन करने से पेट की समस्याएं ठीक होती हैं। फर्मेंटेड फूड गैस, एसिडिटी, कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में भी मदद करते हैं।
मुलेठी
– मुलेठी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। मुलेठी का इस्तेमाल कई तरह के रोगों में दवाई के तौर पर किया जाता है। इसमें एंटीवायरल, एंटी माइक्रोबियल, एंटी इंफ्लेमेटरी मौजूद होते हैं। मुलेठी का प्रयोग कई वायरल इंफेक्शन से लड़ने में किया जाता है। आप मुलेठी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
नारियल तेल
नारियल तेल- नारियल का तेल सूजन कम करने में सहायक होता है। आप रोजाना अपने दिन की शुरूआत ऑर्गेनिक नारियल के तेल के 1 या 2 चम्मच का साथ कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीवायरल गुण होते हैं जो बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
प्रीबायोटिक फूड
प्रीबायोटिक फूड- अलसी, चीया सीड, सेब, ओट्स, बाजरा, आलू, केला, लहसुन, किवि जैसे प्रीबायोटिक फूड आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मदद करते हैं। डाइट में प्रीबायोटिक फूड को शामिल करने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता हैऔर वायरल इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं
नियमित रूप से एक्सरसाइज और योग करें। रोजाना 20 मिनट की सैर शरीर को स्वस्थ रखने के साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाती है। सिगरेट, तंबाकू, शराब और अन्य किसी प्रकार का नशा करने से बचें। क्योंकि यह फेफड़ों से जुड़ी समस्या को पैदा करके वायरस के खतरे को बढ़ा देता है। इसके अलावा रोजाना विटामिन डी युक्त चीजों को डाइट में शामिल करें। सकारात्मक सोच आपको दिमागी तौर पर तंदुरूस्त बनाती है और आप चुस्त-दुरुस्त महसूस करते हैं ।
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