नई दिल्ली। मौखिक स्वच्छता बनाए रखना बेहद जरूरी है. कोमल, सूजे हुए मसूड़े, मसूढ़ों के खराब स्वास्थ्य (Health) के शुरुआती संकेत हैं, हालांकि, इन्हें रोका जा सकता है और साथ ही ठीक भी किया जा सकता है. नियमित रूप से दांतों की जांच कराने के अलावा, यह मसूड़ों को हेल्दी रखने के लिए कुछ प्राकृतिक उपचारों का सहारा लेना हमेशा उचित होता है. बेशक दिन में दो बार ब्रश करना और फ्लॉसिंग करना कुछ अच्छे अभ्यास हैं जिनका पालन करने की जरूरत है, लेकिन, मसूड़ों की बीमारियों (diseases) से बचाव के कुछ और तरीके जानने और उनका पालन करने में कोई हर्ज नहीं है.
मसूड़ों को हेल्दी (Gums Healthy) रखने तरीके
2. नीम का प्रयोग करें
नीम की पत्तियों (neem leaves) से लेकर टहनियों तक मसूड़ों को हेल्दी रखने में बेहद कारगर है. एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक नीम मसूड़ों को मजबूत करने, रक्तस्राव को रोकने, पट्टिका के गठन, मसूड़े की सूजन को रोकने और दांतों के इनेमल में सुधार करने के लिए बेहतरीन साबित हुआ है.
3. टी ट्री ऑयल
टूथपेस्ट का विकल्प चुनें जिसमें इसेंसियल टी ट्री ऑयल हो. यह मसूड़े की सूजन का इलाज करने के लिए बेहतरीन है. बस याद रखें कि इस तेल को सीधे बिना डाइल्यूटेड रूप में इस्तेमाल न करें.
4. क्रैनबेरी का प्रयोग करें
यह पाया गया है कि क्रैनबेरी के उपयोग से पीरियोडोंटाइटिस से संबंधित सूजन को ठीक किया जा सकता है. ये बैक्टीरिया को दांतों से चिपके रहने से दूर रखने के लिए अच्छे होते हैं.
5. विटामिन सी
अंगूर, संतरा, कीवी, आम, पपीता, स्ट्रॉबेरी, लाल मिर्च, ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और केंटालूप में पाया जाने वाला विटामिन सी मसूड़ों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आपको विटामिन सी से पीरियडोंटल बीमारी की संभावना कम हो जाती है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इनकी सत्यता या जांच की पुष्टि का दावा नहीं करते हैं. कोई भी परेशानी हो तो इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले.
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