नई दिल्ली। नवरात्र और रमजान (Navratri and Ramadan) का पर्व दोनों साथ-साथ चल रहे हैं इस दौरान लोग अपनी श्रृद्धा के मुताबिक उपवास करते हैं। हालांकि उपवास करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। फास्ट करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और बॉडी हेल्दी रहती है। लेकिन कुछ बीमारियों (diseases) में फास्ट रखना मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है।
यूरिक एसिड (Uric acid) के मरीजों के लिए नवरात्र या रमजान का फास्ट करना परेशानी का सबब बन सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक ज्यादा उपवास करने यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है। यूरिक एसिड के मरीज पूरा दिन उपवास करते हैं तो उनकी बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। आप भी नवरात्र के दौरान फास्ट कर रहे हैं तो जानिए कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करें।
यूरिक एसिड बढ़ने का कारण:
प्रोटीन का अधिक सेवन करने से बढ़ता है यूरिक एसिड।
डाइट में बीफ/मटन और कलेजी का सेवन करने से बढ़ता है यूरिक एसिड।
किडनी की परेशानी होने पर तेजी से बढ़ता है यूरिक एसिड जिसकी वजह से किडनी उसे बाहर नहीं निकाल पाती।
ज्यादा उपवास करने से भी तेजी से बढ़ता है यूरिक एसिड। आपभी नवरात्र में या फिर रमजान में फास्ट रख रहे हैं तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए इन खास उपायों को अपनाएं
पानी का अधिक सेवन करें:
यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो पानी ज्यादा पीएं। पानी यूरिक एसिड को पतला करने में मदद करता है और किडनी (kidney) को एक्टिव करता है। पानी ज्यादा पीने से यूरिक एसिड बॉडी से बाहर निकल जाता है। यदि आप अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहेंगे तो पेशाब हल्के पीले रंग का आएगा। दिन में कम से कम दो लीटर पानी जरूर पीएं।
सेब का करें सेवन:
यूरिक एसिड बढ़ता है तो उपवास में रोज़ एक सेब खाएं। सेब खाने से यूरिक एसिड का स्तर ठीक रहेगा। सेब में मैलिक एसिड भरपूर होता है जो ब्लड में यूरिक एसिड को बेअसर करता हैं। सेब के अलावा आप सेब के सिरके का भी सेवन कर सकते हैं। सेब का सिरका में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं।
जैतून के तेल का करें सेवन:
खाने में जैतून का तेल (Olive oil) इस्तेमाल करने से यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहेगा। जैतूल के तेल में विटमिन ई काफी मात्रा में पाया जाता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है।
लौकी का जूस पीएं:
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आप लौकी का जूस पीएं। लौकी के जूस में विटामिन सी, बी और आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो अच्छी सेहत के लिए उपयोगी है। लौकी का सेवन करने से पेट में भारीपन, भूख न लगना, लिवर और किडनी संबंधी समस्याओं में फायदा मिलता है। लौकी बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार साबित होती है।
इन फलों का करें सेवन:
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्बेरी को शामिल करें। एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये फल यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं। यह सभी बेरिज यूरिक एसिड का क्रिस्टलीकरण करके उसे जोड़ों में जमा होने से रोकते है। बेरीज़ में मौजूद फाइबर रक्त में यूरिक एसिड को कम करने में बेहद असरदार है। फास्ट के दौरान आप इन फलों को डाइट में शामिल करके यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव समान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी सत्यता व सटीकता की जांच का दावा नही करते हैं। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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