जीवित रहने के लिए खून को शरीर के दूसरे हिस्सों तक पहुंचना बेहद जरूरी है। ये काम होता है दिल का, इसलिए दिल की देखभाल आवश्यक है। अगर दिल अपना कार्य करना बंद कर दे तो पूरी शारीरिक प्रणाली निरस्त हो जाएगी। बढ़ती उम्र के साथ हृदय रोग होने का खतरा भी बढ़ता है। शारीरिक असक्रियता, मोटापा, स्ट्रेस, धूम्रपान और अस्वस्थ खानपान दिल की बीमारियों के प्रमुख कारण हैं।
एक रिपोर्ट की मानें तो पिछले 25 सालों में देश में दिल के मरीज लगभग 50 प्रतिशत तक बढ़े हैं। ये इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि अगर शुरुआती समय में इन पर ध्यान न दिया जाए तो इससे हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है।
क्यों आता है हार्ट अटैक:
हृदय तक जाने वाली खून की नसों में ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक होता है। यह ब्लॉकेज अक्सर फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य दूसरे पदार्थों की वजह से होती है। जेनेटिक्स कारणों से भी कई बार लोगों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, शोध के अनुसार महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में हार्ट अटैक का जोखिम अधिक होता है। हालांकि, डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर हृदय रोग का खतरा कम किया जा सकता है।
ओट्स:
ओट्स में भरपूर मात्रा में सॉल्युबल फाइबर पाए जाते हैं जो इसे सुपरफूड की कैटिगरी में शामिल करते हैं। इसे खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL ) की मात्रा कम हो जाती है। बता दें कि LDL का स्तर ज्यादा होने पर ही आर्टरीज में प्लेक फॉर्म होने लगता है। इसलिए डॉक्टर्स दिन में कम से कम एक बार ओट्स खाने की सलाह देते हैं। इसे नाश्ते में खाना सबसे उपयुक्त माना जाता है।
कीवी:
स्वास्थ्य फायदों से भरपूर कीवी हार्ट पेशेंट्स के लिए भी फायदेमंद मानी गई है। इस फल में एंटी-ऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं। हार्ट अटैक के अलावा अन्य हृदय रोग का जोखिम भी कीवी खाने से कम होता है। शरीर को डिटॉक्स करने के साथ ही ये फल वजन कम करने में भी सहायक है। संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए कीवी का सेवन फायदेमंद होता है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव समान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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