प्रदेश में आज से लागू होगा ‘वाहन पोर्टल’
जिले के 200 में से सिर्फ 55 डीलर्स ने लिए लॉगिन आईडी
कमर्शियल वाहनों का रजिस्ट्रेशन अभी पुराने सिस्टम से ही चलेगा, 15 अगस्त के बाद इन्हें भी वाहन पोर्टल पर शिफ्ट किया जाएगा
इंदौर। प्रदेश में परिवहन विभाग (Transport Department) द्वारा आज से केंद्र सरकार (Central Government) का वाहन पोर्टल सिस्टम ( Vehicle Portal System) लागू किया जा रहा है। इस सिस्टम के बाद वाहनों (Vehicles) के वीआईपी नंबरों (VIP Number) के लिए व्यवस्था बदल जाएगी। अब अगर आप अपने वाहन के लिए वीआईपी नंबर लेना चाहते हैं तो आपको पहले नंबर खरीदना होगा और इसके बाद वाहन। इस तरह वाहन लेते वक्त तुरंत ही आपका नंबर वाहन के साथ रजिस्टर्ड कर दिया जाएगा। साथ ही अब हर जिले में हर तरह के वाहन के लिए नंबरों की एक ही सीरिज चलेगी। इंदौर में आज से सभी गाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन एमपी-09-जेडबी सीरिज में किया जाएगा। पहले से चल रही सभी सीरिजों को बंद कर दिया गया है। आज से सिर्फ कमर्शियल वाहनों का रजिस्ट्रेशन पुराने सिस्टम से होगा, यह सिस्टम भी 15 अगस्त के बाद बंद करते हुए सभी वाहनों का रजिस्ट्रेशन वाहन पोर्टल से ही किया जाएगा।
प्रदेश में लंबे समय से केंद्र सरकार के वाहन पोर्टल को लागू करने की कवायद चल रही थी। 19 जुलाई को सबसे पहले विदिशा में इसे ट्रायल के तौर पर शुरू किया गया था, वहीं आज से इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। इसके तहत अब सभी नए वाहनों का रजिस्ट्रेशन और पुराने वाहनों का ट्रांसफर सहित अन्य काम इस पोर्टल के माध्यम से ही होगा। हालांकि अभी इस पोर्टल पर कमर्शियल वाहनों का डेटा अपडेट नहीं हो पाया है, इसलिए अभी सिर्फ निजी वाहनों का काम इस पोर्टल पर होगा और 15 अगस्त से सभी काम इस पर होना शुरू होंगे। इस बीच वीआईपी नंबरों के शौकिनों को झटका लगा है। नई व्यवस्था में आए बदलावों के बाद इंदौर सहित प्रदेश में स्मार्टचीप कंपनी द्वारा वीआईपी नंबरों की नीलामी प्रक्रिया को आज से पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसमें उपलब्ध 45 हजार से ज्यादा नंबरों को अभी लॉक कर दिया गया है। अब वीआईपी नंबरों की नीलामी भी वाहन पोर्टल से ही होगी। अधिकारियों ने बताया कि नई व्यवस्था में महीने में दो बार की जगह हर सप्ताह वीआईपी नंबरों की नीलामी होगी, जो सोमवार से गुरुवार तक चलेगी। नीलामी में नई सीरिज एमपी-09-जेडबी के नंबरों को ही शामिल किया जाएगा। अब दो पहिया से लेकर बड़े ट्रक तक को इसी सीरिज से नंबर दिए जाएंगे। ये नीलामी 15 अगस्त से शुरू होगी। इसमें वाहन खरीदने से पहले वाहन मालिक को नीलामी से वीआईपी नंबर खरीदना होगा और उसके 60 दिनों के अंदर वाहन खरीदकर उस नंबर के साथ रजिस्टर्ड करवाना होगा। अब तक लोक शोरूम से पहले वाहन खरीदते थे और उसका डीलर पाइंट से रजिस्ट्रेशन (वीआईडी) करवाए बिना ही चलाते रहते थे, बाद में नीलामी से वीआईपी नंबर खरीदने के बाद उसे वाहन पर रजिस्टर्ड करवाते थे। लेकिन अब डीलर वाहन तब ही दे सकेगा जब उसका नंबर जारी होगा।
45 हजार नंबरों को एक साल बाद बेचेंगे
अधिकारियों का कहना है कि जो 45 हजार वीआईपी नंबर लॉक किए गए हैं, उन्हें एक साल के बाद वाहन पोर्टल पर अपलोड करते हुए नीलामी की प्रक्रिया में लाया जाएगा। एक बार में जो नंबर बिक जाएंगे उन्हें जारी कर दिया जाएगा, बाकी नंबरों को डीलर पाइंट से 7 हजार रुपए में बेचने के लिए अनलॉक कर दिया जाएगा। परिवहन विभाग द्वारा हाल ही में कार की नई सीरिज एमपी-09-डब्ल्यूएन जारी की थी। इसके वीआईपी नंबरों की नीलामी आज से होना थी, लेकिन सिस्टम बदल जाने के कारण इसके 0001 सहित अन्य नंबरों के लिए इंतजार कर रहे लोगों को अब ये नंबर नहीं मिल पाएगा। 15 अगस्त से होने वाली नई सीरिज एमपी-09-जेडबी के वीआईपी नंबरों की नीलामी में जरुर लोग नंबर खरीद सकेंगे।
इनका कहना है
आरटीओ जितेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि इंदौर सहित प्रदेश में अब वाहनों का रजिस्ट्रेशन वाहन पोर्टल के माध्यम से ही होगा। ये सारी प्रक्रिया डीलर पाइंट से होगी। नए सिस्टम से काम करने के लिए डीलर्स को अपना लॉगिन आईडी लेना होगा। इसके लिए जिले के 200 में से अब तक सिर्फ 55 डीलर्स ने ही आवेदन करते हुए आईडी प्राप्त किया है। आज से ये ही डीलर्स वाहन बेच पाएंगे। शेष डीलर्स जब तक ये सिस्टम से नहीं जुड़ेंगे तब तक उनके वाहन रजिस्टर्ड नहीं हो सकेंगे।
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