नई दिल्ली: प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म LinkedIn की लोकप्रियता का फायदा साइबर क्रिमिनल्स भी उठा रहे हैं. साइबर क्रिमिनल्स लोगों की पर्सनल डिटेल्स चुराने के लिए उनको कई तरह से टारगेट करने की कोशिश करते हैं. इस वजह से ये हैकर्स के लिए टॉप ब्रांड है जहां लोगों की पर्सनल डिटेल्स फिशिंग अटैक के जरिए चुराई जाती है.
इसको लेकर Check Point Research की रिपोर्ट में दावा किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 45 परसेंट अटैम्प्ट के साथ फिशिंग अटैक के मामले में LinkedIn इस साल की दूसरी तिमाही में पहले नंबर पर रहा.
Check Point Research के अनुसार, इस मामले में इसकी पैरेंट कंपनी Microsoft दूसरे नंबर पर रही. इस पर 13 परसेंट फिशिंग अटैक अटैम्पट किए गए. इसके बाद 12 परसेंट फिशिंग अटैम्प्ट के साथ DHL तीसरे नंबर पर रहा. टॉप 10 में पॉपुलर ब्रांड्स जैसे adidas, Adobe और HSBC भी शामिल हैं.
चेक प्वॉइंट सॉफ्टवेयर के डेटा रिसर्च ग्रुप मैनेजर Omer Dembinsky ने बताया कि फिशिंग ईमेल्स हैकर्स का जरूरी टूल बन रहा है. इससे कम कीमत पर लाखों यूजर्स को हैकर्स टारगेट कर सकते हैं. साइबर क्रिमिनल्स ब्रांड की भरोसा का फायदा उठाकर यूजर्स को सिक्योरिटी को लेकर गलत जानकारी देते हैं. इसके बाद वो यूजर्स की पर्सनल जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं.
रिसर्चर ने बताया है कि माइक्रोसॉफ्ट रिलेटेड स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं जो काफी ज्यादा खतरनाक हैं. ये इंडिविजुअल यूजर्स के साथ ऑर्गेनाइजेशन के लिए भी खतरनाक है. जैसे ही उनके पास अकाउंट लॉगिन डिटेल्स पहुंचती है उनके पास सभी एप्लीकेशन जैसे Teams और SharePoint का एक्सेस मिल जाता है.
इस स्कैम में सबसे पहले यूजर्स को LinkedIn कम्युनिकेशन स्टाईल में मैलेशियस ईमेल भेजा जाता है. ये ईमेल कंपनी से काफी एड्रेस से आते हैं. लेकिन, यूजर्स ऐसे लिंक पर क्लिक करके अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर कर देते हैं. ऐसे ईमेल्स से सावधान रहने की सलाह दी गई है.
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