फेफड़े शरीर का एक अहम हिस्सा हैं, जो रक्त वाहिनियों (Blood Vessels) को रक्त पहुंचाते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग फेफड़े (Lungs) के स्वास्थ के प्रति जागरूक नहीं रहते हैं। फेफड़े में किसी भी तरह की दिक्कत आने से सांस संबंधी समस्या (Respiratory Problems) पैदा होने का जोखिम रहता है। इंसान की बीमारी जब तक नासूर ना बन जाए तब तक उसे उसकी गंभीरता नहीं समझ आती है। हमारे फेफड़ों की हेल्थ पर भी यह वाकया एकदम सटीक बैठता है। फेफड़ों (lungs) की दिक्कत से जुड़े वॉर्निंग साइन अगर समय रहते पहचान लिए जाएं तो बड़ी आफत को टाला जा सकता है। जानी मानी न्यूट्रिशनिस्ट लवलीन बत्रा ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में फेफड़ों के कुछ लक्षणों को बारीकी से देखने की सलाह दी है।
छाती में दर्द-
एक महीना या उससे ज्यादा छाती में दर्द (Pain in chest) किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। खासतौर से खांसी या सांस में तकलीफ के वक्त छाती में दर्द को बिल्कुल नंजरअंदाज (ignore) ना करें।
बलगम-
क्या आप जानते हैं छाती में बलगम इंफेक्शन (mucus infection) और जलन से बचाव के रूप में एयरवेज़ द्वारा प्रोड्यूस होता है। अगर किसी इंसान की छाती में एक महीना या उससे ज्यादा दिन तक बलगम की समस्या रहती है तो यह किसी बीमारी की ओर इशारा हो सकता है।
सांस में बदलाव-
अगर आपको सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है तो यह भी लंग्स डिसीज का साइन हो सकता है। दरअसल फेफड़े में ट्यूमर या कार्सिनोमा (tumor or carcinoma) के कारण फेफड़ों में बना फ्लूड एयर पैसेज को ब्लॉक कर देता है। इस वजह से इंसान को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
लगातार खांसी या खांसी में खून-
लगातार 8 आठ हफ्तों तक खांसी या खांसी में खून भी इंसान के खराब रेस्पिरेटरी सिस्टम को उजागर करता है। ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और वक्त रहते इसका इलाज कराना चाहिए।
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