नई दिल्ली। उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियां(bones) कमजोर होने लगती हैं. लेकिन आजकल के समय में हड्डियां(bones) कमजोर होने का कारण सिर्फ उम्र का बढ़ना नहीं हैं बल्कि आपकी लाइफस्टाइल कैसी है, यह भी काफी मायने रखता है. पहले सिर्फ बूढ़े लोगों को ही हड्डियां कमजोर होने की समस्या का सामना करना पड़ता था लेकिन अब नौजवानों को भी इस समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है. तो अगर आप भी कमजोर हड्डियों को बूढ़ापे की समस्या मानते हैं तो आप गलत सोचते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको आसानी से पता लग जाएगा कि आपकी हड्डियां कमजोर(weak bones) होनी शुरू हो गई हैं. आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में…
बोन फ्रैक्चर (bone fracture)-
हड्डियां कमजोर होने पर वह आसानी से टूट जाती है. लगभग 50 फीसदी महिलाओं और 25 फीसदी पुरुषों को अपने जीवनकाल में एक ना एक बार ऑस्टियोपोरोसिस(osteoporosis) संबंधित फ्रैक्चर की समस्या का सामना करना पड़ता है. इस दौरान आपको कलाई, कमर, हिप्स या हड्डियों में फ्रैक्चर की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
खड़े होने में दिक्कत-
अगर आपको खड़े होने के लिए सहारे की जरूरत पड़ती है तो इसका मतलब है कि आपकी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो गई हैं. हमारी हड्डियां और मसल्स एक यूनिट की तरह काम करते हैं. जब आपके पैरों के मसल्स(muscles) कमजोर होने लगते हैं तो आपको खड़े होने में दिक्कत होती है और आसानी से फ्रैक्टर हो सकता है.
एक्सरसाइज-
हड्डियों को कमजोर होने से बचाने के लिए रोजाना 15 से 30 मिनट तक एक्सरसाइज करें. आप चाहे तो वॉकिंग, जॉगिंग, योग, और एरोबिक्स भी कर सकते गैँ. ये सभी एक्सरसाइज मसल्स के लिए काफी फायदेमंद साबित होती हैं.
कैल्शियम की अधिक मात्रा लें-
हड्डियों को कमजोर होने से बचाने के लिए जरूरी है कि डॉक्टर से बात करके रोजाना कैल्शियम की सही मात्रा का सेवन करें. ऐसी चीजों का सेवन करें जिनमें कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो. आप कैल्शियम सप्लीमेंट्स का भी सेवन कर सकते हैं. लेकिन इन्हें लेने से पहले डॉक्टर से बात जरूर कर लें.
भरपूर मात्रा में लें विटामिन D-
यह विटामिन कैल्शियम को अब्जॉर्ब करने में आपके शरीर की मदद करता है. धूप में विटामिन डी पाया जाता है ऐसे में कुछ देर धूप में जरूर खड़े हों. आप विटामिन डी सप्लीमेंट्स का सेवन भी कर सकते हैं.
सही चीजें खाएं-
इस बात का ख्याल रखें कि अपनी डाइट में फ्रेश फ्रूट्स और सब्जियों , डेयरी प्रोडक्ट्स, सैल्मन, अंडे, बादाम, दालों आदि चीजों को शामिल करें.
अर्ली मेनोपॉज(early menopause)-
लो बोन डेंसिटी के चलते मेनोपॉज(menopause) की शुरुआत जल्दी हो सकती है. जब आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में एस्ट्रोजन नहीं बनता तो हड्डियों का निर्माण होने की बजाय वह काफी तेजी से टूटने लगती हैं. ऐसे में अगर आपके मेनोपॉज की शुरुआत भी जल्दी हो गई है तो जरूरी है कि आप तुंरत अपने बोन्स का चेकअप करवाएं. मेनोपॉज की शुरुआत में बोन डेंसिटी टेस्ट करवाना काफी सही रहता है इससे आपको आगे चलकर हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता.
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए है हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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