नई दिल्ली: ज्यादातर लोगों को मूंगफली (Peanuts) का खाना पसंद होता है. सॉल्टेड या रोस्टेड हो या फिर चटनी या चिक्की के रूप में ये सबकी पसंदीदा होती है. लेकिन अगर आपसे कोई कहे कि इससे कैंसर (Cancer) हो सकता है तो जाहिर है ये बात आपको हैरान करेगी. हाल में की गई एक स्टडी के मुताबिक, ज्यादा मूंगफली खाना कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है.
कैंसर का खतरा
यह स्टडी हाल ही में कार्सिनोजेनेसिस (Carcinogenesis) जर्नल में छपी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, कैंसर मरीजों के शरीर में एक ऐसा प्रोटीन पाया जाता है, जो मूंगफली में भी होता है. इसे Peanut Agglutinin – PNA नाम दिया गया है. ये प्रोटीन दो मॉलीक्यूल्स को जेनरेट कर सकता है, जिससे कैंसर फैलने का खतरा बढ़ता है.
इन प्रोटीन मॉलीक्यूल्स को IL-6 और MCP-1 नाम दिया गया है. PNA से निकलने वाले मॉलीक्यूल्स Cytokines होते हैं. ये शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स के लिए काम करते हैं और छोटी प्रोटीन कोशिकाओं की सिग्नलिंग में अहम रोल निभाते हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, वैसे तो ये बेहद सामान्य प्रोटीन होते हैं, लेकिन इससे कैंसर मेटास्टेसिस (Cancer Metastasis) का खतरा बढ़ता है.
Excessive Peanut Consumption Linked To Increased Cancer Spread Risk In New Studyhttps://t.co/9du5Z89sSc pic.twitter.com/aBoIkKaLWu
— IFLScience (@IFLScience) August 10, 2021
ये है वजह
ये खून की नसों में एंडोथेलियल कोशिकाओं (Endothelial Cells) में मौजूद चिपकने वाले कणों को बढ़ा देते हैं. इससे एंडोथेलियल कोशिकाएं नसों में घूमने वाली ट्यूमर सेल्स (Tumor Cells) को खींचती है और इसी से कैंसर मेटास्टेसिस की आशंका बढ़ जाती है.
बीमारी और बिगड़ सकती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल के प्रोफेसर और इस स्टडी के लेखक लू गैंग का कहना है पीएनए कार्बोहाइड्रेट बाइंडिंग प्रोटीन है, जो मूंगफली खाने के बाद तेजी से खून में मिलता है, लेकिन इस पर और स्टडी करने के जरूरत है.
यहां ये जानना जरूरी है कि अगर कैंसर मरीज मूंगफलियां खाते हैं, तो उनकी बीमारी और बिगड़ सकती है. इस प्रोटीन को डाइजेस्ट करना मुश्किल होता है. मूंगफली में इसकी मात्रा सिर्फ 0.15 फीसदी होती है, लेकिन अगर आप ज्यादा मूंगफली खाते हैं तो शरीर में इसकी मात्रा बढ़ सकती है.
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