डेस्क। अच्छी सेहत के लिए पानी पीना बेहद जरूरी है। पानी हमें कई तरह की बीमारियों से बचाने और उनसे लड़ने में मदद करता है, लेकिन जरा सोचिए अगर ये ही पानी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने लगे तो? अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा भी कभी हो सकता है भला? पानी पीने से शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है, पानी पीने से बॉडी में मौजूद खराब तत्व पसीने और पेशाब के जरिए बाहर निकल जाते हैं। शरीर के भीतर होने वाले बहुत से केमिकल रिएक्शन भी बिना पानी के नहीं हो सकते हैं। ऐसे में पानी किसी को नुकसान कैसे पहुंचा सकता है?
दरअसल, जिस तरह किसी भी चीज का सेवन करने के लिए सही मात्रा को ध्यान में रखना जरूरी है, ठीक उसी तरह हर चीज को खाने या पीना का एक सही तरीका भी होता है। वहीं, पानी भी इन्हीं चीजों में से एक है। आपने अक्सर देखा होगा कि जल्दबाजी में पानी पीने से कई बार ये गले में अटक जाता है, जिसके चलते कुछ पल के लिए व्यक्ति का सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि चाहे कितनी भी प्यास क्यों ना लगी हो, हमें अक्सर धीरे-धीरे और एक-एक घूंट पानी पीने की सलाह दी जाती है। ठीक इसी तरह लोग अधिकतर खड़े होकर पानी पीते हैं, अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं तो बता दें कि ऐसा करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है।
क्या हैं खड़े होकर पानी पीने के नुकसान?
- फेफड़ों पर पड़ता है बुरा असर: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खड़े होकर पानी पीने से कई बार फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। इससे आपके फेफड़ों पर बुरा असर पड़ सकता है।
- किडनी के लिए है हानिकारक: NLM की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब कोई व्यक्ति खड़े होकर पानी पीता है, तो पानी बिना फिल्टर हुए निचले पेट की तरफ अधिक तेजी से बढ़ता है। ऐसे में पानी में जमा अशुद्धियों पित्ताशय में जमा होना शुरू हो जाती हैं। इससे युरीनरी ट्रेक्ट से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। साथ ही यह किडनी के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है।
- शरीर को नहीं मिलते जरूरी पोषक तत्व: आयुर्वेद के अनुसार, खड़े होकर पानी पीने से ये सीधे अंदर जाता है, ऐसे में आपकी बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व और विटामिन्स लीवर और पाचन तंत्र तक नहीं पहुंच पाते हैं। वहीं, इन पोषक तत्वों की कमी के चलते आप जाने-अनजाने में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से घिर जाते हैं।
- होती है बदहज़मी की शिकायत: खड़े होकर पानी पीने से नसें तनाव की स्थिति में आ जाती हैं, तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ता है और बॉडी में टॉक्सिन्स और बदहज़मी बढ़ने लगती है।
- बढ़ जाता है हर्निया का खतरा: इन सब के अलावा खड़े होकर पानी पीने से पेट के निचले हिस्से की दीवारों पर दवाब बनता है। इससे पेट के आसपास के अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं, कई लोगों में ये हर्निया का कारण भी बन जाता है।