नई दिल्ली: अगर आप खुद का घर खरीदने के लिए एलआईसी से लोन लेने का प्लान बना रहे हैं. तो सबसे पहले एलआईसी के तहत मिलने वाले होम लोन के नियमों के बारे में पता कर लें. नहीं तो आपको एलआईसी से लोन लेना महंगा पड़ सकता है. क्योंकि एलआईसी ने ब्याज दरों को बढ़ाकर इसे पहले की तुलना में महंगा कर दिया है. इससे मौजूदा लोनधारकों की ईएमआई राशि बढ़ जाएगी और नए लोन धारकों (New Home Loan Holders) को लोन पर अधिक ब्याज चुकाना होगा. एलआईसी ने नौकरीपेशा के लिए लोन चुकाने की समय-सीमा 30 साल तय की है और सेल्फ इंप्लॉयड के लिए यह समय-सीमा 25 साल कर दी है.
भारतीय जीवन बीमा निगम की सहायक कंपनी एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लोगों को घर, जमीन, दुकान आदि संपत्ति खरीदने के लिए लोन उपलब्ध कराती है. एलआईसी से होमलोन लेने वाले ग्राहकों की संख्या अधिक है. एलआईसी की वेबसाइट के अनुसार बढ़ोत्तरी के बाद बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट 16.45 फीसदी हो गया है. अब लोनधारकों को 8.65 फीसदी ब्याज दर पर होमलोन मिलेगा. 800 सीबिल स्कोर वाले नौकरीपेशा और प्रोफेशनल्स को 15 करोड़ तक का लोन 8.30 फीसदी की दर से मिल सकेगा.
वहीं, 750-799 क्रेडिट स्कोर वाले नौकरीपेशा प्रोफेशनल्स को 8.40 फीसदी की दर से 5 करोड़ तक का लोन मिल सकेगा. एलआईसी की नई ब्याज दरों के बाद 700-749 सीबिल स्कोर वाले ग्राहकों को 8.70 फीसदी की दर से 50 लाख रुपये तक का लोन मिल सकेगा. इसी तरह सेम सीबिल स्कोर पर 50 लाख से 2 करोड़ रुपये तक का लोन 8.90 फीसदी की ब्याज दर ऑफर की गई है.
होम लोन के प्रकार
एलआईसी ने कहा है कि 30 लाख रुपये तक के लोन के लिए संपत्ति मूल्य का 90 फीसदी होगा. जबकि, 30 लाख से 75 लाख के लोन पर संपत्ति मूल्य पर 80 फीसदी होगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस की ओर से दिए जाने वाले होम लोन इस प्रकार हैं.
अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको एलआईसी से होम लोन लेना सस्ता पड़ सकता है. और आपकी ईएमआई भी कम रहेगी, क्योंकि नौकरीपेशा के लिए लोन चुकाने की समयसीमा 30 साल है. अगर आप नौकरी नहीं करते हैं तो आपको ईएमआई ज्यादा देनी होगी क्योंकि सेल्फ इंप्लॉयड और अन्य के लिए यह समय-सीमा 25 साल है.
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