नई दिल्ली। दिवाली (Diwali) खुशियों के साथ दीपों का त्योहार है. इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी (Laxmi Ganesh) की पूजा का बहुत महत्व है. इस पंच दिवसीय त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है. इस दिन धन के देवता कुबेर और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि (Lord Dhanvantari) की पूजा की जाती है. वहीं, धनतेरस के दिन कई लोग अन्य चीजों के साथ भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति की भी खरीदारी करते हैं. हालांकि, इन मूर्तियों की खरीदारी करते समय कुछ बातों की जानकारी होना बेहद जरूरी है. ऐसा करने से पूजा (Worship) का पूरा फल प्राप्त होता है.
भगवान गणेश की मूर्ति
धनतेरस के दिन अगर भगवान गणेश (Lord Ganesha) जी की मूर्ति खरीद रहे हों तो यह देख लें कि सूंड़ बाईं तरफ मुड़ी हुई हो. इसी प्रकार उनके एक हाथ में मोदक और उनके पैर के पास सवारी मूसक यानी कि चूहा (rat) जरूर बना हुआ हो.
मां लक्ष्मी की मूर्ति
मां लक्ष्मी मूर्ति खरीदते समय सबसे पहले उनके रंग पर ध्यान देना चाहिए. गुलाबी रंग वाली मां लक्ष्मी की मूर्ति को ज्यादा शुभ माना गया है. इसके साथ ही खरीदारी करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि वह कमल या हाथी पर विराजमान हों और उनके एक हाथ में कमल तथा दूसरे हाथ से धन का आशीर्वाद मिल रहा हो. उनके पैर के पास उल्लू भी बना हुआ हो तो काफी शुभ माना जाता है.
अन्य जरूरी बातें
भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की एक साथ जुड़ी हुई प्रतिमा न खरीदें. काले रंग वाली गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति नहीं खरीदनी चाहिए, साथ ही यह भी ध्यान रखें कि वह कहीं से खंडित न हों. कभी भी खड़ी हुई लक्ष्मी की मूर्ति न खरीदें. प्लास्टिक या फिर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति कभी भूलकर भी न खरीदें. मिट्टी या धातु से बनी भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति खरीदना अच्छा माना जाता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं, हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved