आधुनिक समय में सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार और नियमित वर्कआउट जरूरी है। भोजन न केवल ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि शरीर के दैनिक कार्यों को भी बेहतर बनाता है। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और फलियां जैसे खाद्य पदार्थों में विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। आयरन खून के लिए आवश्यक है, कैल्शियम हड्डियों और जिंक इम्युनिटी के निर्माण के लिए जरूरी है।
खासकर महिलाओं को अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हार्मोनल चेंजेस के चलते महिलाओं को कई प्रकार की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इसके लिए डाइट में इन 5 चीजों को जरूर शामिल करनी चाहिए। इनसे मानसिक और शारीरिक सेहत पर अनुकूल असर पड़ता है। आइए जानते हैं-
पालक
पालक में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। पालक त्वचा और बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साथ ही पालक के सेवन से शरीर में पानी की कमी दूर होती है। पालक में 90 प्रतिशत पानी पाया जाता है। इसके अतिरिक्त पालक में ल्यूटिन, पोटैशियम, फाइबर, फ़ोलेट और विटामिन-इ पाए जाते हैं। ये सभी गुण पालक को सर्दियों में सुपरफूड बनाते हैं। इसमें मैग्नीशियम भी पाया जाता है जो पीएमएस के लक्षणों के प्रभाव को कम करता है। पालक हड्डियों के लिए भी गुणकारी है। इससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है और अस्थमा का खतरा कम हो जाता है।
अलसी
अलसी ओमेगा 3 फैटी एसिड का प्रमुख स्त्रोत है। ओमेगा 3 फैटी एसिड, आंखों की रेटिना को स्वस्थ रखने के लिए कारगर तत्व है। इसलिए, अलसी की बीज आखों के लिए लाभदायक माना जाता है। साथ ही अलसी दिल और ब्लड शुगर लेवल के लिए फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण भी पाए जाते हैं। इससे इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के प्रभाव कम होता है।
क्रैनबेरी
क्रैनबेरी स्वाद में बेहद स्वादिष्ट होती है। यह यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की परेशानी को दूर करती है। साथ ही दांतों की सड़न को दूर करने में सक्षम है। क्रैनबेरी को एनर्जी पावरहाउस कहा जाता है। इसके लिए महिलाओं को क्रैनबेरी का सेवन जरूर करनी चाहिए।
टमाटर
कई लोग टमाटर को हल्के में लेते हैं, लेकिन टमाटर बेहद गुणकारी सब्जी है। इसमें लाइकोपेन पाया जाता है, जिससे स्तन कैंसर और दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। साथ ही हड्डियों को मजबूत करता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
ओट्स
पाचन तंत्र को मजबूत करने, दिल को स्वस्थ रखने के अलावा ओट्स रक्त चाप को नियंत्रित रखता है। ओट्स पीएमएस से होने वाले मूड स्विंग्स को भी कम करता है। इसमें फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और पाचन क्रिया को सुचारू रूप से जारी रखता है।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए है इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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