नई दिल्ली: लोगों ने पहाड़ों, ग्लेशियर, ऐतिहासिक जगहों सहित तमाम जगह रोमांचित करने वाली ट्रिप तो जरूर की होंगी. लेकिन अब आप भी धरती से बाहर की दुनिया देख पाएंगे. जी हां, चीन 2025 तक स्पेस टूरिज्म शुरू करना चाहता है. इसके तहत लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराई जाएगी. इसके लिए चीन ने साल 2025 को तय किया है. 2025 तक चीन अंतरिक्ष के लिए पर्यटन उड़ाने शुरू कर सकता है. भारत भी इस दिशा में आगे कदम बढ़ाने जा रहा है. चीन से पहले एलन मस्क, बेन जोसेफ अंतरिक्ष की सैर करवा रहे हैं.
चीन का राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA) 2025 तक अंतरिक्ष के लिए पर्यटन उड़ानें शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके लिए यात्रियों से प्रति सीट लगभग 2-3 मिलियन युआन 287,200 डॉलर से 430,800 डॉलर वसूलने की उम्मीद है. सीजीटीएन ने बताया कि देश से छोटी उप-कक्षीय उड़ानों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है जो यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाएगी और फिर वापस लेकर आएंगी. वरिष्ठ रॉकेट वैज्ञानिक और बीजिंग स्थित रॉकेट कंपनी सीएएस स्पेस के संस्थापक यांग यिकियांग ने सीजीटीएन को बताया कि अंतरिक्ष यात्रा के तीन तरीके तलाशे जा रहे हैं.
जेफ बेजोस की जैसे हो सकती है उड़ानें
स्पेस टूरिज्म उड़ानें जेफ बेजोस के नेतृत्व वाली ब्लू ओरिजिन की तरह ही हो सकती हैं. जो ग्राहकों को पृथ्वी की सतह से 100 किलोमीटर की ऊंचाई तक ले जाती है और कर्मेन लाइन को छूकर वापस लौटती है. कर्मन रेखा को पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष की शुरुआत माना जाता है. जहां चीन पर्यटन उड़ानें शुरू करने की योजना बना रहा है, वहीं भारत ने आने वाले भविष्य में ग्राहकों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने की संभावना पर भी संकेत दिया है. अंतरिक्ष पर्यटन की दौड़ की शुरुआत जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रैनसन ने अपनी कंपनी के स्व-विकसित रॉकेटों से अंतरिक्ष में की थी.
बेजोस की ब्लू ओरिजिन
बेजोस की ब्लू ओरिजिन 2022 में तीन सफल उड़ानों के साथ अंतरिक्ष पर्यटन की दौड़ में सबसे आगे रही है. जबकि ब्रैनसन की वर्जिन गैलेक्टिक को अपने पहले मिशन के बाद एक और उड़ान देखना बाकी है. एलन मस्क का स्पेसएक्स भी पीछे नहीं है. मस्क का स्पेसएक्स अब आने वाले महीनों में चंद्रमा के चारों ओर पहली पर्यटक उड़ान शुरू करने की योजना बना रहा है.
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