सीहोर। प्रदेश में लंपी वायरस का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं जिले में भी अब लंपी वायरस के संक्रमण के दस्तक के संकेत मिलना शुरू हो गये हैं। बीते दिनों रेहटी में एक पशु में लंपी वायरस के लक्षण मिलने पर उसका ब्लड सेंपल जांच के लिये भेजा है। वहीं बुधवार को नसरूल्लागंज तहसील के राला ग्राम में एक आवारा मवेशी में लंपी बीमारी के लक्षण मिले हैं। ऐसे में चिंता और बढ़ गई है कि जिले में भारी सं या में आवारा मवेशी सड़को पर विचरण करते हैं। इन मवेशियों का पालक कोई नहीं है। यदि इन आवारा मवेशियों में लंपी बीमारी का संक्रमण फैलता है तो जिला पशु चिकित्सा विभाग को इस संक्रमण को रोकने में खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जिले में संक्रमण की दस्तक के आसार दिखने लगे हैं। ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग की अभी तक कोई तैयारी देखने को नहीं मिल रही है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रो में लंपी बीमारी के संक्रमण से पशुओ को बचाने के लिये कोई भी जागरूकता कार्यक्रम व शिविर आयोजित नहीं किए गए है। ऐसे में ग्रामीण पशु पालको में दहशत का माहौल है। यदि उनके पशुओ में लंपी बीमारी के लक्षण मिलते हैं तो वह इसका उपचार किस तरह से करें और लंपी बीमारी से पशुओ को बचाने क्या करें इसकी जानकारी पशु पालको के पास नहीं है। इतना ही नहीं जिला पशु चिकित्सा विभाग के पास अभी इसी बीमारी से निजात के लिये पर्याप्त संसाधन भी नहीं है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पर्याप्त मात्रा में जिले पशु चिकित्सा विभाग के पास अमला भी नहीं है। ऐसे में शिविर और जागरूकता कार्यक्रम कैसे संभव होगा। इसके साथ ही यदि संक्रमण तेजी से फैलता है तो इसको कंट्रोल करने के लिये स्टाफ के अभाव में कई परेशानियों का सामना पशु पालको को करना पड़ सकता है।
आवारा पशुओ को सबसे ज्यादा खतरा
लंपी बीमारी का संक्रमण यदि जिले में फैलता है तो जो पशुपालक है उनके द्वारा तो पशु चिकित्सा विभाग को सूचना दे दी जाएगी और ऐसे पशुओ की देखरेख भी आसानी से हो सकेगी, लेकिन सड़को पर विचरण करने वाले आवारा मवेशियों का पालक कोई नहीं है यदि इनमें लंपी वायरस का संक्रमण आता है तो यह वायरस तेजी से फैला सकता है। खास बात यह है कि आवारा मवेशी एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में आसानी से विचरण करते है जिससे वायरस तेजी से फैल सकता है। जिसे रोकने के लिए पशु चिकित्सा विभाग एवं प्रशासन के पास कोई योजना नहीं है।
इनका कहना है
जिला पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक एकेएस भदोरिया का कहना है कि जिले में अभी लंपी वायरस की दस्तक नहीं हुई है। हालांकि दो पशुओ में लंपी बीमारी जैसे लक्षण मिले हैं, जिनके ब्लड सेंपल लेकर जांच के लिये भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। वहीं इन बीमार पशुओ का उपचार शुरू कर दिया गया है। जिले में लंपी बीमारी की दस्तक होती है तो हमारे पास पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध है। जिले में तेजी से अ िायान चलाकर टीकाकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved