पिछले साल 10 माह में 66 मामले हुए थे दर्ज, इस साल 86 हुए
इंदौर। अपराधों (Crime) पर नियंत्रण और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के चलते पुलिस चाकू (Knief) निकालकर हमला करने वाले आरोपियों पर सीधे हत्या के प्रयास की धारा 307 में केस दर्ज कर रही है। इसके चलते इस साल हत्या के प्रयास के मामले बढ़ गए हैं। हालांकि हत्या के मामलों में कमी आई है।
साधारण धाराओं में केस (Case) दर्ज करने के चलते आरोपी जमानत पर छूट जाते थे। इसके चलते पुलिस चाकू से हमला करने, भले ही चाकू कहीं भी लगा हो, पर सीधे हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर रही है। पहले पुलिस डॉक्टर की रिपोर्ट में जान का खतरा होने पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज करती थी। इस साल की बात करें तो अब तक 10 माह में हत्या के प्रयास के 86 मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 66 था। इस साल 20 केस ज्यादा दर्ज हुए हैं। सबसे अधिक हत्या के प्रयास के मामले झोन 2 में दर्ज हुए हैं, जबकि झोन 1 में भी हत्या के प्रयास के मामले बढ़े हैं। झोन 3 और 4 में लगभग पिछले साल जितने ही मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या के प्रयास का केस दर्ज करने से हत्या के मामलों में कमी आई है। इस साल 10 माह में केवल 35 हत्याएं हुई हैं, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 40 हत्याएं हुई थीं।
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