इन्दौर। कल शहर कांग्रेस द्वारा स्थानीय मुद्दों को कांग्रेस के वचन पत्र में शमिल करने के लिए एक बैठक रखी गई थी, जिसमें कांग्रेस के नेताओं ने एकमत से इंदौर में नाइट कल्चर का विरोध किया और कहा कि इसका असर युवाओं पर पड़ रहा है। तय हुआ कि इंदौर की संस्कृति बचाने के लिए कांग्रेस की सरकार आते ही इंदौर से नाइट कल्चर बंद किया जाएगा। सभी जिलों में स्थानीय मुद्दों और मांगों को लेकर वचन पत्र बनाने के निर्देश पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने दिए हैं।
इंदौर में कल शोभा ओझा की अगुवाई में वचन पत्र को लेकर कांग्रेसी नेताओं की बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेसियों को भी बुलाया गया था। बैठक नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे द्वारा रखी गई थी, जिसमें सबसे पहले नेताओं ने तो शहर के विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की, लेकिन बाद में सभी से कहा गया कि वे एक-एक मुद््दा बताएं, जो शहरहित का हो। नगर निगम को लेकर सबसे ज्यादा सुझाव और शिकायतें आईं, जिसमें जीआईएस सर्वे के नाम पर वसूली, फिजुलखर्ची की बात सामने आई।
नर्मदा के पानी को नियमित सप्लाई और सभी टंकियों से पानी की आपूर्ति को लेकर भी कांग्रेसियों ने सुझाव दिए। वहीं सरकार आने पर इंदौर में नाइट कल्चर बंद करने के मुद्दे को भी विशेष रूप से शामिल किया गया। बैठक में ग्रामीण क्षेत्र के कांग्रेसी नेता भी आए थे। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी और उन्हें फसलों का उचित दाम देने के लिए घोषणा पत्र में घोषणा की जाएं। इसके साथ ही युवाओं के लिए कॉलेज में वाइफाई झोन बनाने, गांवों में डिलीवरी के लिए डॉक्टरों के सुझाव भी सामने आए।
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