मुरादाबाद। कोरोना की यह दूसरी लहर ने प्रदेश को हिला दिया है। ऐसे में हर इंसान अपनी और अपनों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है। सरकार भी लगातार मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने पर जोर दे रही है। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें यह महामारी मजाक लग रही है और बिना किसी सेफ्टी के वह अपने साथ दूसरों की जान भी जोखिम में डालने पर लगे हुए हैं।
दूल्हे ने नहीं लगाया था मास्क, बिगड़ गई दुल्हन
मामला खादर के एक गांव का है, जहां कोरोना के बीच शादी का आयोजन किया गया था। लेकिन कोरोना के सारे नियमों का पालन किया जा रहा था। ऐसे में फेरों के दौरान जब दुल्हन ने देखा कि दूल्हे के मुंह पर मास्क नहीं है, तो वह भड़क गई। इनता ही नहीं, उसने फेरे लेने से ही साफ इनकार कर दिया। इसके बाद दूल्हे को अहसास हुआ कि उसने गलती की है और फिर फटाफट उसने मास्क लगा लिया।
ससुर जी ने भी की दुल्हन की तारीफ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुल्हन को गुस्सा देख रिश्तेदार, यहां तक कि पंडित जी भी हैरान रह गए। लेकिन सभी ने दुल्हन की तारीफ की। इतना ही नहीं, दुल्हन के ससुर जी ने भी बोला, ‘बेटी शाबाश’।
पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है फिर मास्क क्यों नहीं
जानकारी के अनुसार, बारात हापुड़ के एक गांव से खदरा आई थी। लड़की वाले पहले ही कोरोना के नियमों के तहत ही सारे कार्य कर रहे थे। वहीं, बारात भी कोविड-19 की गाइडलाइंस का पालन करते हुए आई। लेकन जब फेरों की तैयारी के समय, दूल्हा-दुल्हन मण्डप में बैठे और पंडित जी ने मंत्र पढ़ना शुरू किए तो अचानक दुल्हन की नजर अपने होने वाले पति पर पड़ी। उसने देखा की दुल्हे ने मास्क ही नहीं लगाया हुआ है। यह देख दुल्हन ने कहा कि देश का हर व्यक्ति कोरोना महामारी से जूझ रहा है। यह जानते हुए भी मास्क क्यों नहीं लगाया है?
पॉकेट से निकालकर लगाया मास्क
दुल्हन की इस बात से चारों तरफ खामोशी छा गई। कोई कुछ नहीं बोला। फिर ससुर जी ने ही शाबाश बेटी बोलकर गंभीर माहौल को शांत किया और दूल्हे को अपनी गलती समझ आई। उसने अपनी जेब से मास्क निकाला और जल्दी से लगा लिया। दुल्हन की भी सबने सराहना की और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शादी समारोह संपन्न किया गया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved