इन्दौर। रविवार (Sunday) को छु्ट्टी (Holiday) का दिन मिलते ही इंदौरियों ने कोरोना (corona) की तमाम एहतियात को भुलाकर शहर सहित आसपास (Hospital) के ग्रामीण क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों (paryatan sthal) पर भीड़ लगाकर जान जोखिम में डाली। रालामंडल (Ralamandal) अभयारण्य में ही कल जहां 13 सौ से अधिक पर्यटक पहुंचे, वहीं महू, मानपुर एवं चोरल (Mhow, Manpur, Choral) क्षेत्र के पर्यटन स्थलों (Place) पर भी हजारों की संख्या में इंदौर से लोग पहुंचे। अभयारण्य में शनिवार को 353 तथा रविवार को 1368 लोग पहुंचे थे। इसी प्रकार महू, मानपुर (Mhow, Manpur, )और चोरल (Choral) क्षेत्र के चोरल डेम, कुशलगढ़, पातालपानी, जामगेट, वांचू पॉइंट, मेहंदीकुंड एवं बामनिया कुंड सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर भी हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। सबसे ज्यादा भीड़ पातालपानी एवं जामगेट पर हुई। दोपहर बाद से इतनी ज्यादा भीड़ जुटने लगी कि तेजाजी नगर से लेकर चोरल तक सडक़ पर जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित हो गई।
बुखार की जांच कर दिया प्रवेश
वन विभाग की टीम द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए रालामंडल के गेट पर ही स्क्रीनिंग की गई। इसके अलावा सभी के हाथ सेनिटाइज करते हुए 2 गज की दूरी का पालन करने की हिदायत देते हुए इंट्री दी गई।
20 रुपए का टिकट 35 हजार कमाई
अभयारण्य में 20 रुपए का टिकट लग रहा है। इस हिसाब से 2 दिनों में इंट्री के ही कुल 34 हजार 440 रुपए खजाने में आए। अभयारण्य अधीक्षक दिनेश वास्केल और डिप्टी रेंजर कल्याणे सहित पूरा अमला सुबह व्यवस्था संभालता रहा।
मौज-मस्ती के लिए घर से निकले लोगों पर ही कई राज्यों में बिजली गिरी
कल रविवार का दिन होने के चलते देशभर में लोग पर्यटन का लुत्फ उठाने के लिए घर से निकले और आसमानी कहर को मौका मिला, जिसके चलते देश के कई राज्यों में बिजली गिरने और वर्षा के कारण कई लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। कोरोना काल के चलते लोगों की पर्यटन मनोवृत्ति से न केवल राज्य सरकारें, बल्कि केन्द्र सरकार भी चिंतित है और लगातार लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश भी दे रही है, लेकिन लापरवाह लोग तमाम एहतियात को भुलाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। इंदौर में भी कल घूमने गए दो बच्चों की मौत हो गई।
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