भोपाल: मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister of Madhya Pradesh) उमा भारती (Uma Bharti) ने कहा कि वह गंगा से जुड़े काम पर ध्यान देना चाहती हैं इसलिए उन्होंने लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला (Decision not to contest Lok Sabha elections) किया है और अपने इस फैसले से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को अवगत करा दिया था. उमा भारती ने कहा कि वह चाहती हैं बीजेपी अपने दम पर 400 का आंकड़ा पार करे. उमा भारती ने कहा, ”अगर मैं लोकसभा चुनाव लड़ती हूं तो संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी और गंगा नदी का काम साथ नहीं हो सकता. मुझे गंगा नदी से जुड़े काम के लिए दो साल की आजादी चाहिए. पूरा प्लान तैयार है, सारी अनुमति ले ली गई है, केवल स्पीड कम हुई है.”
उमा भारती ने कहा, ” अगर मैं चुनाव लड़ी तो संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी का निर्वहन और उसके साथ गंगा का कार्य़ का मेल नहीं हो पाएगा. तो मुझे दो साल के लिए पूरी स्वतंत्रता चाहिए, मैं गंगा के कार्य के लिए स्वयं को पूरी तरह से झोंक दूंगी. गंगा में कोई विवाद नहीं है न जाति का, संप्रदाय का और न राजनीतिक पार्टी का, पूरा विश्व इसको लेकर एक है. पूरा प्लान तैयार है, मंजूरी मिल चुकी है. केवल गति कम हुई है. उसके कई कारण हैं. पीएम मोदी की गंगा में बहुत आस्था है. पीएम मोदी ने मुझसे कहा कि तुम यह बात बीएल संतोष जी से कह देना.”
उमा भारती ने आगे कहा, ” 22 जनवरी की बात के बाद दो माला लेकर उन्नाव आई और गंगा जी में अर्पित किया. और कहा कि आपका काम दो वर्षों में संपन्न करूंगी क्योंकि आपका काम तो संपन्नता की ओर ही था. 24 फरवरी को संगठन के मंत्री को मिली. उनका नाम नहीं ले सकती क्योंकि वह बीजेपी के नहीं है लेकिन हम सबके लिए महत्वपूर्ण हैं. मैंने संतोष जी से कहा कि आपको जरूरत पड़ेगी तो चुनाव प्रचार करूंगी. मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी 400 से ज्यादा सीटें लाए. यह मेरा भाव है. मैं चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी थी लेकिन गंगा के काम के लिए मेरे लिए और कुछ महत्व नहीं रखता.”
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