नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक (Reserve Bank) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Former Governor Raghuram Rajan) ने कहा कि अगर विकास दर 6 प्रतिशत (Growth rate 6 percent) से अधिक नहीं हुई तो भारत 2047 (अमृत काल) तक निम्न मध्यम अर्थव्यवस्था (Lower middle economy) ही बना रहेगा। हैदराबाद में आयोजित मंथन कार्यक्रम में राजन ने कहा कि अगर देश तेजी से विकास नहीं करता है, तो वह अमीर होने से पहले (जनसांख्यिकीय रूप से) बूढ़ा हो जाएगा। इसका मतलब है कि उस समय बढ़ती उम्र वाली आबादी के बोझ से भी उसे निपटना होगा।
आरबीआई के पूर्व प्रमुख ने कहा कि कुछ दक्षिणी राज्य जनसंख्या के मामले में प्रजनन दर से नीचे है। प्रजनन दर नीचे गिरने से विकास धीमा हो गया है। राजन के अनुसार विकास की वर्तमान गति देश को बूढ़ा होने से पहले अमीर बनाने के लिए अपर्याप्त है। साथ ही उन सभी को रोजगार देने के लिए भी पर्याप्त नहीं है, जो श्रम बल के रूप में तैयार हो रहे हैं।
जीडीपी वृद्धि पर कही थी यह बात
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने हाल ही में जारी चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तेज वृद्धि का श्रेय बुनियादी ढांचा पर खर्च और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के अच्छे प्रदर्शन को दिया है। राजन ने पिछले दिनों कहा था कि भारत की वृद्धि दर मजबूत होने के बावजूद निजी निवेश और निजी उपभोग में तेजी नहीं आई है। उन्होंने कहा था कि अगर आप देखो कि हमने इस साल इतना अच्छा प्रदर्शन क्यों किया तो इसका एक कारण यह भी है कि दुनिया अच्छा कर रही है। इसके अलावे पहली छमाही में इस मजबूत वृद्धि का एक अन्य कारण बुनियादी ढांचे पर सरकार का जबरदस्त खर्च है। जुलाई-सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर उम्मीद से अधिक 7.6 प्रतिशत रहने के साथ भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का तमगा बरकरार रखा है।
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