उज्जैन। स्वास्थ्य तथा मलेरिया विभाग के लगातार प्रयास के बावजूद शहर एवं जिले में डेंगू के मामलों पर रोक नहीं लग पा रही है। कल शाम आई रिपोर्ट में डेंगू के 15 नए केस सामने आ गए। इसके बाद मलेरिया विभाग ने बुखार का सर्वे भी शुरू कर दिया। कल जिला मलेरिया अधिकारी की भी बुखार आने से तबीयत बिगड़ गई थी। इस महीने की शुरूआत से ही वायरल फीवर के साथ-साथ डेंगू के मरीज उज्जैन शहर एवं जिले में लगातार मिलते रहे हैं। शुक्रवार की शाम जहां एक ओर उज्जैन में डेंगू के 27 नए केस सामने आए थे, वहीं कल शाम फिर 15 मामले और सामने आ गए।
इन्हें मिलाकर जिले में अब डेंगू पॉजीटिव मरीजों का आंकड़ा 226 तक पहुंच गया है। यहां यह बता दें कि एक सितंबर से पहले तक उज्जैन में जनवरी से लेकर 30 अगस्त तक 140 सेम्पलों की जाँच में मात्र 7 डेंगू के मामले सामने आए थे लेकिन 1 सितंबर से लेकर 25 सितंबर की शाम तक यहीं आंकड़ा 226 तक पहुंच गया। अर्थात पिछले 25 दिनों में जिले में 199 डेंगू के नए मामले सामने आना चिंता वाली बात है। पिछले एक हफ्ते से मलेरिया विभाग मरीज बढऩे के बाद संबंधित क्षेत्रों में जाकर रोज लार्वा नष्ट कर रहा था। इसके बावजूद नए केस थम नहीं रहे हैं। मलेरिया विभाग के अधिकारियों के अनुसार यहीं कारण है कि शनिवार से विभाग द्वारा घर-घर जाकर फीवर का सर्वे शुरू किया गया है ताकि जल्द से जल्द मरीजों की पहचान हो सके। सर्वे के दौरान विभाग की टीम बुखार पाए जाने पर व्यक्ति के खून के नमूने लेकर स्लाईट भी बना रहे हैं। इससे मलेरिया का पता लगाया जा रहा है। इसकी रिर्पोट भी हाथों हाथ दी जा रही है। इधर मलेरिया विभाग के सूत्रों के अनुसार कल जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एस.के. अखंड को भी फीवर आ गया था, इस कारण वे कार्यालय नहीं पहुंचे थे। हालांकि यह बुखार वायरल है या कुछ ओर इसकी पुष्टी नहीं हो पाई है।
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