नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की केंद्र में सरकार के हैट्रिक बनाने पर मध्य प्रदेश के नेताओं (leaders of madhya pradesh) को भी अहम जिम्मेदारी मिलेगी। मध्य प्रदेश में चार चरणों के चुनाव संपन्न (Four phases of elections concluded in Madhya Pradesh) हो चुके हैं। देश में सात चरणों में चुनाव हो रहे है। उसके बाद चार जून को रिजल्ट आएगा। इन चुनाव में भाजपा की सरकार बनती है तो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (BJP State President VD Sharma) का भी केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। शिवराज को केंद्र में बड़े मंत्रालय की कमान मिल सकती है। वहीं, वीडी को केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रदेश के चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़े नेता है। उन्होंने हमेशा शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों का पालन किया है। पूर्व सीएम के राज्य से लेकर केंद्र के नेताओं से अच्छे संबंध है। उनकी लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना जैसी योजनाओं से प्रदेश में भाजपा ने महिलाओं के बीच में अच्छी पकड़ बनाई है। अब केंद्र में उनको बड़ी भूमिका देकर इनाम दिया जा सकता है। चर्चा है कि शिवराज को कृषि मंत्री बनाया जा सकता है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को प्रदेश की कमान मिलने के बाद से पार्टी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। विधानसभा चुनाव में करीब 18 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की। इसका श्रेय भाजपा के मजबूत संगठन को जाता है। वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा ने उप चुनाव से लेकर नगरीय निकाय चुनाव में भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। वीडी की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक रूप से कर चुके हैं। वह अमित शाह के भी विश्वनीय है। शर्मा का दो साल का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि केंद्र में उनको कोई
गुना-शिवपुरी से प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी अगली सरकार बनने पर कद बढ़ना तय माना जा रहा है। सिंधिया भाजपा के साथ-साथ अब आरएसएस के भी करीब पहुंच रहे है। वह कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद से ही मोदी-शाह के करीबी रहे है। वहीं, इसके अलावा प्रदेश से चुनाव जीतने वाले दो से तीन सांसदों को भी केंद्र में कद बढ़ सकता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved