लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूरोपीय संघ के साथ ब्रेक्जिट के बाद की व्यापार वार्ता के अहम चरण से पहले रविवार को सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन कुछ हफ्तों के भीतर वार्ता से बाहर हो सकता है और कहा कि कोई सौदा नहीं होने की सूरत में बाहर होना ‘ब्रिटेन के लिए अच्छा परिणाम’ देने वाला होगा. समझौता तभी संभव है जब यूरोपीय संघ के वार्ताकार ‘अपनी मौजूदा स्थिति पर फिर से विचार’ करने के लिए तैयार हों. वहीं ईयू ब्रिटेन पर गंभीरता से वार्ता में शामिल नहीं होने का आरोप लगा रहा है.
ब्रिटेन 31 जनवरी को यूरोपीय संघ से बाहर हो गया था जिसमें अब बस 27 राष्ट्र बच गए हैं. इससे साढ़े तीन साल पहले देश ने चार दशक की सदस्यता को समाप्त करने के पक्ष में मतदान किया था. इस राजनीतिक प्रस्थान के बाद एक आर्थिक विराम लगना है जब 11 महीने का पारगमन काल 31 दिसंबर को समाप्त होना है और ब्रिटेन ईयू के एकल बाजार और सीमा शुल्क संघ से हट जाएगा.
मंगलवार को होगी आठवें चरण की वार्ता
समझौते के बिना, नया साल ब्रिटेन और उसके सबसे बड़े व्यापार साझेदार, गुट के बीच शुल्क और अन्य आर्थिक अवरोध लेकर आएगा. जॉनसन ने कहा कि अगर ब्रिटेन “ऑस्ट्रेलिया की तरह यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौता करता है” तो देश “भली-भांति समृद्ध हो सकता है”.
ब्रिटेन के मुख्य वार्ताकार डेविड फ्रॉस्ट और उनके समकक्ष मिशेल बार्नियर आठवें चरण की वार्ता के लिए मंगलवार को लंदन में मिलने वाले हैं. वार्ता में मुख्य मुद्दे यूरोपीय नौकाओं को ब्रिटेन के जलक्षेत्र में पहुंच देना और उद्योगों को राज्य सहायता देना शामिल है.
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