भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने शनिवार देर शाम को उद्यानिकी विभाग की प्रमुख सचिव और IAS अफसर कल्पना श्रीवास्तव का अचानक तबादला कर दिया। वह किसानों के लिए प्याज खरीदने के मामले में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर रही थी। श्रीवास्तव के साथ ही विभाग के आयुक्त मनोज अग्रवाल का भी ट्रांसफर कर दिया गया है, जो इस घोटाले में आरोपों से घिरे रहे हैं। कांग्रेस ने राज्य सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सितंबर में उद्यानिकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष महेश प्रताप सिंह बुंदेला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मनोज अग्रवाल को हटाने मांग की थी। साथ ही प्याज घोटाले की शिकायत भी की थी। उद्यानिकी विभाग ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) में किसानों के लिए प्याज खरीदे थे। 2 करोड़ रुपये से 90 क्विंटल प्याज खरीदी गई थी। बिना टेंडर एक निजी संस्था से यह खरीदी की गई।
प्याज का बीज 2,300 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदा गया। हालांकि, इसे बेचने की दर 1,100 रुपए प्रति क्विंटल थी। इस योजना का क्रियान्वयन एमपी एग्रो के जरिए होना था, तो फिर निजी संस्था से बिना टेंडर के खरीदी क्यों की गई? इस पर कल्पना श्रीवास्तव ने 18 अक्टूबर को प्याज खरीदी के भुगतान पर रोक लगा दी। अग्रवाल से स्पष्टीकरण मांगा। इसके बाद मामले की जांच ईओडब्ल्यू के पास चली गई। शनिवार शाम मनोज अग्रवाल की प्रतिनियुक्ति खत्म कर उन्हें वन विभाग में भेज दिया गया। साथ ही कल्पना श्रीवास्तव को भी हटा दिया गया।
राज्यसभा सदस्य विवेक तनखा ने उठाए सवाल
इस ट्रांसफर पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तनखा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “अजब और गज़ब मध्यप्रदेश, जिस प्रमुख सचिव ने प्याज घोटाला उजागर किया, उसी को विभाग से हटा दिया गज़ब है। शिवराज जी आप क्या संदेश देना चाहते हैं, वो अब दिख रहा है। अब चुप रहने का समय भी ख़त्म हो रहा है।” तनखा ने अपना ट्वीट कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को भी टैग किया है।
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