नई दिल्ली । आईएएस अधिकारी केशव चंद्रा(IAS officer Keshav Chandra) को केंद्र सरकार (Central government)ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) का अगला अध्यक्ष नियुक्त (Appointed Chairman)किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के आदेश के अनुसार, 1995 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी चंद्रा को एनडीएमसी की जिम्मेदारी दी गई है। वह वर्तमान में केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले वे दिल्ली जल बोर्ड और पर्यावरण सचिव जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं।
चंद्रा दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव नरेश कुमार की जगह लेंगे। इस साल अगस्त में कुमार का कार्यकाल समाप्त होने के बाद यह अहम पद खाली हो गया था। तब दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आयुक्त अश्विनी कुमार को एनडीएमसी की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए लिंक अधिकारी नियुक्त किया गया था। गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव आशुतोष अग्निहोत्री द्वारा 30 अक्टूबर को जारी आदेश में कहा गया है, ‘नई दिल्ली नगर पालिका परिषद अधिनियम 1994 (1994 का 44) की उपधारा 4 के खंड ए द्वारा मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार एजीएमयूटी 1995 केशव चंद्रा को कार्यभार ग्रहण करने से लेकर अगले आदेश तक एनडीएमसी का अध्यक्ष नियुक्त करती है।’
हालांकि फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि चंद्रा आधिकारिक तौर पर नए अध्यक्ष का पद कब से संभालेंगे। एनडीएमसी में आधिकारिक, गैर-आधिकारिक और निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। गृह मंत्रालय इन सदस्यों को पांच साल के कार्यकाल के लिए नामित करता है। निर्वाचित सदस्यों में नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज, नई दिल्ली के विधायक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली कैंट के विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान शामिल हैं।
वर्तमान में, पांच में से चार आधिकारिक सदस्यों की नियुक्ति की गई है – गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (यूटी) आशुतोष अग्निहोत्री, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) के अतिरिक्त सचिव (डी) सुरेंद्र कुमार बागड़े, एमओएचयूए के संयुक्त सचिव (एल एंड ई) रवि कुमार अरोड़ा और दिल्ली एनसीटी सरकार की सचिव (वित्त) निहारिका राय। चेयरपर्सन सहित चार गैर-सरकारी सदस्यों के पद खाली हैं। 2 अक्टूबर को एचटी ने बताया कि एनडीएमसी के शीर्ष पदों पर रिक्तियों और स्थायी नियुक्तियों की कमी से लुटियंस दिल्ली में नीतियों और कार्यों पर असर पड़ रहा है।
दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव नरेश कुमार को 19 जून को पूर्व अध्यक्ष अमित यादव के ट्रांसफर के बाद एनडीएमसी की देखरेख का अतिरिक्त जिम्मा दिया गया था। कुमार का कार्यकाल 18 अगस्त, 2024 को समाप्त हो गया। तब से परिषद की कोई बैठक नहीं हुई है। वहीं एनडीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि कई प्रमुख नीतियां और परियोजनाएं लंबित हैं, जिनमें भर्ती नियमों में संशोधन, नई दिल्ली में पार्किंग स्थलों के लिए निजी पार्किंग ऑपरेटरों को काम पर रखना, जेपीएन लाइब्रेरी परियोजना, एक पशु चिकित्सालय, शिवाजी स्टेडियम का पुनर्विकास आदि शामिल हैं।
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